कांग्रेस का दावा 109 विधायक गहलोत सरकार के साथ, बैठक के लिए व्हिप जारी

राजस्थान में सियासी संकट के बीच आज कांग्रेस विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। आलाकमान द्वारा भेजे गए कांग्रेस नेताओं की गहलोत के साथ देर रात तक बैठक हुई।

Update: 2020-07-13 04:25 GMT

File photo

जनज्वार। राजस्थान में सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने 109 विधायकों के गहलोत सरकार के साथ होने का दावा कर दिया है। 13 जुलाई को मुख्यमंत्री गहलोत के आवास पर विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। माना जा रहा है कि बैठक के बाद सरकार के भविष्य का फैसला हो जाएगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल भी आज जयपुर पहुंचने वाले हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 13 जुलाई को बुलाई गई बैठक के लिए व्हिप जारी कर दिया गया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने कहा ' कांग्रेस विधायकों के लिए जारी इस व्हिप में कहा गया है कि जो भी विधायक बिना किसी वैध व्यक्तिगत या विशेष कारण के बैठक में उपस्थित नहीं होगा, उसके विरुद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।'

कांग्रेस ने 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने कहा '109 विधायकों ने एक हस्ताक्षरित पत्र दिया है। पत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार में आस्था व्यक्त करते हुए समर्थन की बात कही गई है। साथ ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था व्यक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त कुछ और विधायकों ने फोन पर मुख्यमंत्री गहलोत को समर्थन देने की बात कही है। वेे भी पत्र पर हस्ताक्षर कर देंगे।'

उधर उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मीटिंग में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने दावा कर दिया था कि 30 विधायक उनके साथ हैं। इस बीच पायलट के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा भी शुरू हो गयी है।

पायलट ने यह भी दावा किया था कि राज्य की गहलोत सरकार अल्पमत में है। पायलट के नजदीकियों के हवाले से जारी मीडिया रिपोर्ट्स में ये सभी दावे किए गए हैं। पायलट के दिल्ली में डटे होने की बात बताई जा रही है और चर्चा है कि उनके कई समर्थक विधायक भी वहीं हैं।

इस बीच कांग्रेस आलाकमान द्वारा इस समस्या को सुलझाने के लिए भेजे गए कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी व पार्टी महासचिव अविनाश पाण्डेय 12 जुलाई की देर रात जयपुर पहुंचे। सूचना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर उनकी लंबी बैठक हुई।

12 जुलाई को मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों की बैठक भी हुई थी। बैठक के बाद बाहर निकले कांग्रेस विधायकों ने मीडिया से कहा कि सरकार बिल्कुल सुरक्षित है और सरकार को पूर्ण बहुमत प्राप्त है।

पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने मीडिया से कहा था 'बीजेपी राजस्थान में अनिश्चितता की स्थिति बनाना चाहती है, पर इसमें सफल नहीं होगी। बीजेपी सरकार को अस्थिर करना चाहती है। सभी कांग्रेस विधायक हमारे संपर्क में हैं। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सचिन पायलट से संपर्क करने की कोशिश की गई है, हमने उनके लिए सन्देश छोड़ा है। हर किसी को SOG का सहयोग करना चाहिए। किसी अनुसंधान में सहयोग करने में कोई परेशानी की बात नहीं।'

बताया जाता है कि SOG की नोटिस के बाद तनाव और बढ़ गया । SOG ने मुख्यमंत्री गहलोत, उपमुख्यमंत्री पायलट और चीफ व्हिप को भी नोटिस जारी किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने भी सामने आकर इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी विधायक 'एक व्यक्ति एक पद' की लगातार मांग कर रहे थे। यह भी पायलट खेमे को नागवार गुजरी है। चूंकि पायलट अभी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री दोनों पदों पर हैं।

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