Drugs Case : देवेंद फडणवीस को नसीहत देते हुए नवाब मलिक की बेटी निलोफर खान बोलीं - गलत आरोपों से मेरा मानसिक उत्पीड़न हुआ
Drugs case : झूठे आरोप जीवन को बर्बाद करते हैं। इससे पहले कि कोई आरोप लगाए या निंदा करे, उन्हें पता होना चाहिए कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं।
Drugs case : आर्यन खान ड्रग्स केस ( Aryan khanDrugs Case ) मामले में सियासी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ( Nawab Malik ) की बेटी निलोफर मलिक खान ( Nilophar Malik Khan ) खुलकर सामने आ गई हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद फडणवीस ( Devendra Fadanvis ) को एक ट्विट कर नसीहत दी है। निलोफर ने कहा कि किसी पर कोई आरोप लगाने से पहले उन्हें सोचना चाहिए था। आरोपों से लोगों को जीना दुष्कर हो जाता है।
निलोफर मलिक खान ( Nilophar Malik Khan ) ने कहा कि झूठे आरोप जीवन को बर्बाद करते हैं। इससे पहले कि कोई आरोप लगाए या निंदा करे, उन्हें पता होना चाहिए कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मानहानि नोटिस ( defamation notice ) झूठे दावों और बयानों के लिए है जो देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadanvis ) ने मेरे परिवार पर लगाए हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे। उनके आरोपों से मेरा और मेरे बच्चों का मानसिक उत्पीड़ण हुआ है। अपने दामाद समीर मलिक खान ( Sameer Malik Khan ) के इस रि—ट्विट को उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ( Nawab Malik ) ने भी ट्विट किया है। नवाब मलिक की बेटी निलोफर ने एक खुली चिट्ठी लिखकर यह बताया है कि समीर खान की गिरफ्तारी के बाद उन्हें और उनके बच्चों को कैसे संघर्ष करना पड़ा था।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को लीगल नोटिस भेज पांच करोड़ रुपए का मुआवजा मांगा है। इसी साल ड्रग संबंधी केस में गिरफ्तार हुए समीर खान ने कहा है कि एक टेलीविजन चैनल पर देवेंद्र फडणवीस की ओर से दिए गए बयान की वजह से उन्हें मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी और साथ ही उन्हें वित्तीय नुकसान भी हुआ।
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने समीर खान पर ड्रग्स रखने का आरोप लगाया, जबकि मामले की जांच अभी जारी है। इसमें कहा गया है कि एनसीबी द्वारा दायर की गई चार्जशीट में कुछ भी ऐसा नहीं जो फडणवीस के एक भी दावे की पुष्टि कर दे। 14 जनवरी, 2021 को दर्ज पंचनामा, स्पष्ट रूप से कहता है कि घर की तलाशी ली गई और मेरे मुवक्किल के घर या उसके पास से कोई प्रतिबंधित या संदिग्ध पदार्थ नहीं मिला। लेकिन आपको ऐसी झूठी, बेबुनियाद और निराधार रिपोर्ट किस स्रोत से मिली, यह आप बेहतर जानते हैं।
बीजेपी के कद्दावर नेता फडणवीस को नोटिस ऐसे समय में भेजा गया है जब देवेंद्र फडणवीस और नवाब मलिक लगातार एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नवाब मलिक ने जहां फडणवीस पर जाली नोटों के धंधे को संरक्षण देने का आरोप लगाया है वहीं फडणवीस ने दावा किया है कि मलिक और उनका परिवार संदिग्ध भूमि सौदों में लिप्त है।