offbeat news भारत का एक अनोखा गांव, जहां कांग्रेस और भाजपा हैं अच्छे दोस्त
गांव में लगभग एक दशक पहले हक्की पिक्की समुदाय द्वारा एक खास नामकरण अनुष्ठान की शुरुवात हुई। यह अनुष्ठान इनके कई अजीबो गरीब रीती-रिवाजो में से एक है।
दक्षिण भारत में एक ऐसा गांव है, जहां लोग अपने बच्चों के नाम किसी मशहूर हस्ती, मिठाई, चीज के नाम पर शौकिया तौर पर रखते हैं। भारत के इस गांव की परंपरा काफी अनोखी है। इस गांव में लोग अपने बच्चों के नाम सोनिया गांधी, शाहरूख खान, अमिताभ बच्चन, जनता पार्टी, कांग्रेस जैसे नामी लोगो के नाम पर रखते हैं।
चार दशक पहले जंगलों में रहती थी यह जनजाति
इस गांव में लगभग एक दशक पहले हक्की पिक्की समुदाय द्वारा एक खास नामकरण अनुष्ठान की शुरुवात हुई थी। यह अनुष्ठान इनके कई अजीबो गरीब रीती-रिवाजो में से एक है। इस गांव के रिवाज किसी बाहरी व्यक्ति को अचंभे में डाल सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि लगभग चार दशक पहले यह जनजाति जंगलों में रहती थी। लेकिन 1970 के दौरान वन विभाग द्वारा लागू किए गए कड़े कानून के बाद सरकार ने उन्हें बैंगलुरू के पास भाद्रपुर जैसे शहरी क्षेत्र में भेज दिया।
बाहर के लोग इस गांव से ज्यादा परिचित नहीं हैं
यह गांव दक्षिण भारत में स्थित बेंगुलरू के पास है। बाहर के लोग इस गांव से ज्यादा परिचित नहीं हैं। यहां अंग्रेजी, कॉफी, बस, अनिल कपूर, हाई कोर्ट, एलिजाबेथ जैसे नाम से लोगों के घर है। यहां तक कि एक गूगल भी है। जापान का एक भतीजा है जिसका नाम हाई कोर्ट है और मैसूर पाक की एक भाभी है जिसका नाम बैंगलोर पाक है। और सुप्रीम कोर्ट, वन बाय टू और अमेरिका सबसे अच्छे दोस्त हैं। इन्ही नामो में कांग्रेस और जनता भी शामिल हैं। इनके अजीबो गरीब नामो को सुनकर ऐसा लगता है। ये लोग शेक्सपीयर की किताब 'नामों में क्या रखा है' से ज्यादा ही प्रेरित हैं।
बॉलीवुड की कुछ मशहूर हस्तियां बहुत पसंद हैं
आदिवासियों से इन अजीबो गरीब नामो को रखने का कारण पूछा गया तो उन्होंने जवाब में कहा, उन्हें बॉलीवुड की कुछ मशहूर हस्तियां बहुत पसंद हैं, तो वे उसके नाम पर अपने बच्चे का नाम रख लेते हैं। इसी तरह अगर उन्हें कोई मिठाई पसंद है, तो वे अपने बच्चे का नाम उस मिठाई के नाम पर रख देते हैं।