BREAKING: लेखक व सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर के घर और दफ्तर पर छापेमारी कर रहा प्रवर्तन निदेशालय
प्रवर्तन निदेशालय की टीमों के द्वारा हर्ष मंदर के वसंत कुंज स्थित घर और सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज (जिसके वे प्रेसीडेंट भी हैं) पर कथित तौर पर छापेमारी की जा रही है.....
जनज्वार। सामाजिक कार्यकर्ता, लेखक व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हर्ष मंदर (Harsh Mandar) के दिल्ली स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी कर रही है। हर्ष मंदर के घर और दफ्तर दोनों जगह प्रवर्तन निदेशालय की टीम छापेमारी कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय की टीम सुबह साढ़े आठ बजे कार्रवाई के लिए पहुंची थी। हर्ष मंदर एक फैलोशिप के लिए जर्मनी गए हुए हैं। घर पर उनकी बेटी सरूर मंदर मौजूद हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की टीमों के द्वारा हर्ष मंदर के वसंत कुंज स्थित घर और सेंटर फॉर इक्विटी स्टडीज (जिसके वे प्रेसीडेंट भी हैं) पर कथित तौर पर छापेमारी की जा रही है। कथित तौर पर सभी उपकरणों (Devices) को जब्त कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने ये कार्रवाई ऐसे समय में की है जब हर्ष मंदर कुछ ही घंटों पहले नौ महीने के लिए जर्मनी के लिए रवाना हुए।
कौन हैं हर्ष मंदर
हर्ष मंदर पूर्व आईएएस अधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ता हैं। वह मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के सदस्य रह चुके हैं, जिसकी अध्यक्षा सोनिया गांधी थीं। इसके साथ ही यूपीए के समय लाए गए विवादास्पद सांप्रदायिक हिंसा विधेयक का मंदर को मुख्य आर्किटेक्ट भी कहा जाता है।
हर्ष मंदर ने नागरिकता कानून के विरोध और सुप्रीम कोर्ट को लेकर आपत्तिजनक बयान भी दिया था। 16 दिसंबर को वह जामिया के गेट नंबर सात पर पहुंचे थे जहां उन्होंने कथित तौर पर सुप्रीम कोर्ट में यकीन न रखने की सलाह दी थी और कहा था कि अपनी लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरकर लड़ना होगा। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जवाब तलब किया था।
इससे पहले हर्ष मंदर उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगों से पहले भाजपा नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर और परवेश वर्मा के कथित विवादित बयानों पर प्राथमिकी की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे।