Gorakhpur Murder Case : मनीष गुप्ता की मेडिकल रिपोर्ट और चोटें बता रहीं बर्बरता की दास्तां, अखिलेश बोले योगीराज में जान ले रही पुलिस

Gorakhpur Murder Case : व्यवसायी मनीष की मौत सिर पर चोट लगने से हुई। इसके साथ शरीर पर कई जगह घाव के निशान भी मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसकी पुष्टि कर रही...;

Update: 2021-09-30 09:14 GMT
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(मृतक की मेडिकल रिपोर्ट बगल में मनीष गुप्ता की फाइल फोटो)

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Gorakhpur Murder Case (जनज्वार) यूपी के गोरखपुर में पुलिसिया पिटाई के बाद प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत के बाद इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। बीती सोमवार 27 सितंबर कानपुर के 36 वर्षीय मनीष गुप्ता की देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। आरोप है कि हालत खराब होने के बाद पुलिस मनीष को लेकर एक निजी अस्पताल गई थी, जहां से उन्हें रेफर कर दिया गया था।

इसके बाद पुलिस ने उन्हें मेडिकल कॉलेज एंबुलेंस से अकेले ही भेज दिया था, जहां डॉक्टरों ने मनीष को मृत घोषित (Manish Gupta Murder Case) कर दिया। मामला राजनीतिक होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मृतक के परिजनों से मिलने कानपुर पहुंचे। मनीष की पत्नी से मिले के बाद अखिलेश ने कहा कि योगीराज में पुलिस रक्षा नहीं कर रही है, जांन ले रही है। सपा मुखिया ने घोषणा की कि, समाजवादी पार्टी परिवार को 20 लाख रुपये आर्थिक मदद देगी।

क्या है मेडिकल रिपोर्ट में?

शरीर पर चोंट और मेडिकल रिपोर्ट 

कानपुर निवासी व्यवसायी मनीष की मौत सिर पर चोट लगने से हुई। इसके साथ शरीर पर कई जगह घाव (Manish Gupta Murder Case) के निशान भी मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट इसकी पुष्टि कर रही। दो डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम किया है। दिनभर की कवायद के बाद शाम 6 बजे पोस्टमार्टम शुरू किया गया। रिपोर्ट में सिर में चोट के अलावा शरीर पर घाव के निशान सामने आए हैं। इससे एक बात तो साफ है कि सिर्फ गिरने भर से ऐसी चोट संभव नहीं है। दूसरे, होटल के कमरे में गिरने से इस तरह की चोट पर भी सवाल उठ रहा है। फिलहाल, मामले की जांच चल रही है।

गुरूवार तड़के 4 बजे हुआ अंतिम संस्कार

पीड़िता परिवार की सभी मांगे माने जाने का प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद परिवार मृतक मनीष गुप्ता (Manish Gupta) का अंतिम संस्कार करने को राजी हो गया। इसके बाद आज सुबह लगभग 4 बजे तड़के ही मनीष का भैरव घाट ले जाया गया। जहां पार्थिव शरीर की अंतिम संस्कार कर दिया गया।

पीड़ितों के परिजन से मिले अखिलेश 

मृतक मनीष गुप्ता के परिवार से मिलने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पहुंचे हैं। इससे पहले आज सुबह से ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मृतक के घर के बाहर मौजूद हैं। सपा कार्यकर्ताओं द्वारा यहां नारेबाजी की गई तो मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने उन लोगों से इस मामले का राजनीतिकरण न करने की अपील भी की। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधायक इरफान सोलंकी के जरिए डीसीपी साउथ रवीना त्यागी को भीतर बुलाने की बात कही, लेकिन डीसीपी मनीष के घर के बाहर मौजूद नहीं थीं।  

योगीराज में जान ले रही पुलिस -अखिलेश यादव

पीड़ित परिजनों से मिले पूर्व सीएम अखिलेश यादव

मनीष की पत्नी से मिले के बाद अखिलेश ने बाहर मौजूद पत्रकारों से बात की। अखिलेश ने कहा कि योगीराज में पुलिस रक्षा नहीं कर रही है, जांन ले रही है। हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में मामले की जांच होनी चाहिए। परिवार की मदद के लिए सरकार को दो करोड़ रुपये देने चाहिए। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) भी परिवार को 20 लाख रुपये देगी। अखिलेश ने कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चहिए।

सीएम योगी से मिलेंगे मनीष के परिजन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मनीष के परिजनों में पत्नी मीनाक्षी, बेटा अभिराज, पिता नंदकिशोर, भाई सौरव, भांजा दुर्गेश बाजपेई, मित्र दीपक श्रीवास्तव, रंजीत सिंह अधिवक्ता व बहनोई रोहित पुलिस लाइन में मुलाकात करेंगे। मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पीड़ित परिवार पुलिस लाइन पहुंच गया है। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम खत्म होने के बाद वापसी के दौरान परिवार को हेलीपैड पर मिलवाया जाएगा।

योगी का परिवार से मिलने के क्या हैं मायने?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हमें प्राप्त हुआ सफरनामा बताता है कि वह लखनऊ से चलकर कानपुर पुलिस लाइन, फिर डिएवी कॉलेज जाएंगे। डीएवी कॉलेज से पुलिस लाइन फिर उन्नाव पहुँचेंगे। उन्नाव से लखनभ चले जाएंगे। इस बीच पिड़ीत परिवार से उनका मिलने का समय सारणी में नहीं था। इस बीच बात तूल पकड़ गई। अचानक से समय में बदलाव कर परिवार को पुलिस लाइन ही बुला लिया गया। जहां योगी कुछ सेकंड परिवार से मिलेंगे। यह कदम नजदीकी चुनाव के मद्देनजर उठाया गया है। लोग मुलाकात करने और ना करने पर बातें खोज रहे थे। इस वक्त दोनो ही बातों के बड़े मायने रहते योगी आदित्यनाथ के लिए।

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