'Gujarat Files' बनाने को तैयार हूं, क्या आप भरोसा देंगे कि फिल्म का रिलीज नहीं रोकेंगे?, बॉलीवुड डायरेक्टर ने PM मोदी से पूछा सवाल
Gujarat Files : बॉलीवुड निर्देशक ने पीएम मोदी से पूछा है कि वह गुजरात फाइल्स नाम की फिल्म बनाने को तैयार हैं क्या वह फिल्म को रिलीज करने की अनुमति देंगे....
Gujarat Files : विवेक अग्निहोत्री निर्देशित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) विवादों में बनी हुई है। फिल्म रिलीज होने के बाद से सोशल मीडिया (Social Media) पर हंगामा मचा हुआ है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में द कश्मीर फाइल्स का जिक्र करते हुए कहा कि हमेशा फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन (अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) के झंडे लेकर घूमने वाली पूरी जमात बौखला गई है।
उन्होंने कहा कि अगर किसी ने उस समय हिम्मत से काम करके महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के जीवन पर फिल्म बनाई होती और दुनिया के सामने रखी होती तो हम मैसेजिंग कर पाते। पहली बार एक विदेश ने गांधी फिल्म बनाई और उसे जब ऑस्कर मिला तब जाकर दुनिया को यह बात पता चली कि गांधी इतने महान व्यक्ति हैं। वहीं दूसरी ओर बॉलीवुड निर्देशक विनोद कापड़ी (Vinod Kapri) ने पलटवार करते हुए पीएम मोदी से सवाल किया है।
विनोद कापड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा- 'गुजरात फाइल्स' के नाम से मैं तथ्यों के आधार पर, आर्ट के आधार पर फिल्म बनाने को तैयार हूं और उसमें आपकी भूमिका का भी सत्यता से, विस्तार से जिक्र होगा। क्या आप आज देश के सामने मुझे भरोसा देंगे कि फिल्म का रिलीज नहीं रोकेंगे।
एक दूसरे ट्वीट में बॉलीवुड निर्देशक ने कहा कि मेरे इस ट्वीट के बाद कुछ निर्माताओं से मेरी बात भी हो गई । वो #GujaratFiles को प्रोड्यूस करने को तैयार हैं। उन्हें बस ये आश्वासन चाहिए कि जिस freedom of expression की बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अभी कर रहे हैं , वही भरोसा वो इस फिल्म के लिए भी दें।
बता दें कि साल 2002 में गुजरात में भीषण दंगे हुए थे। तब नरेंद्र मोदी ही गुजरात के मुख्यमंत्री थे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दंगों में 1,044 लोग मारे गए, 223 लापता हुए और 2,500 घायल हुए। मृतकों में 790 मुस्लिम और 254 हिंदू थे। द कंसर्नड सिटीजन्स ट्रिब्यूनल रिपोर्ट के अनुमान के मुताबिक दंगों में 1,926 लोग मारे गए। अन्य स्रोतों का अनुमान है कि मरने वालों की संख्या 2,000 से अधिक थी। द कंसर्नड सिटीजन्स ट्रिब्यूनल रिपोर्ट के अनुमान के मुताबिक दंगों में 1,926 लोग मारे गए। अन्य स्रोतों का अनुमान है कि मरने वालों की संख्या 2,000 से अधिक थी। मोदी पर हिंसा को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगा था। पत्रकार राना अय्यूब 'गुजरात फाइल्स' नाम से दंगों पर आधारित किताब भी पहले लिख चुकी हैं।