Gujrat Euthanasia News : गुजरात में 600 मुस्लिम मछुआरों ने हाईकोर्ट से अपील कर एक साथ मांगी इच्छामृत्यु, ये है उनका दर्द?

Gujrat Euthanasia News : हाईकोर्ट में जो याचिका लगायी गयी है उसमें आरोप लगाया है कि उनके साथ प्रशासन धर्म के आधार पर भेदभाव करता है और मूलभूत सुविधाएं प्रदान नहीं करता है...

Update: 2022-05-11 11:06 GMT

Gujrat High Court News : गुजरात में 600 मुस्लिम मछुआरों ने हाईकोर्ट से अपील कर एक साथ मांगी इच्छामृत्यु, ये है उनका दर्द?

Gujrat Euthanasia News : देश में धार्मिक उन्माद का माहौल इस कदर हावी होता होता जा रहा है कि समाज में कुछ लोग अब अपने को अलग-थलग महसूस Gujrat Euthanasia News) करने लगे है। गुजरात में मछुआरों के एक समूह ने इस बारे में अदालत के सामने अपील करते हुए इच्छामृत्यु (Euthanasia) की मांग कर दी है। गुजरात के पोरबंदर के गोसाबारा के तटीय इलाके में रहने वाले मछुआरा समुदाय से जुड़ा हैं।

जहां धर्म के आधार पर भेदभाव का आरोप लगाकर एक पूरे समुदाय जिसमें लगभग छह सौ लोग हैं, सभी ने एक साथ इच्छामृत्यु की मांग (Gujrat Euthanasia News) कर दी है। डीडब्ल्यू की एक रिपोर्ट के अनुसार यहां मछुआरों के एक नेता ने अपने और अपने समुदाय के 600 लोगों के लिए हाईकोर्ट में इच्छामृत्यु की मांग वाली याचिका दायर की है। मुस्लिम मछुआरों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करते हुए अल्लाहरखा इस्माइलभाई थिमार ने अपने वकील धर्मेश गुर्जर के जरिए याचिका (Gujrat Euthanasia News) दायर की है।

हाईकोर्ट में जो याचिका लगायी गयी है उसमें आरोप लगाया है कि उनके साथ प्रशासन धर्म के आधार पर भेदभाव करता है और मूलभूत सुविधाएं प्रदान नहीं करता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले हफ्ते हाईकोर्ट में यह याचिका दायर की गई थी, जिसमें याचिकाकर्ता ने मुस्लिम मछुआरा समुदाय के 600 सदस्यों और अपने परिवार के लिए रहम की मांग की थी।

याचिका में आरोप लगाया कि संबंधित विभाग के अधिकारी उन्हें गोसाबारा या नवी बंदर पर नावों को लंगर डालने की अनुमति नहीं देते हैं और 2016 से उन्हें परेशान कर रहे हैं, जिसके कारण वे बहुत कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। इस्माइलभाई का आरोप है कि अधिकारी धर्म के आधार पर उनके समुदाय के साथ भेदभाव (Gujrat Euthanasia News) कर रहे हैं। उनका यह भी आरोप है कि हिंदू मछुआरों को नियमित रूप से सभी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। याचिका में कहा गया है कि मुस्लिम मछुआरों ने अपनी समस्या सुलझाने के लिए कई बार उच्च अधिकारियों से भी गुहार लगाई है लेकिन अब तक मामला नहीं सुलझ पाया है।

कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि इस्माइलभाई ने कहा कि मुस्लिम मछुआरों ने अपनी शिकायत मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भी की थी, उन्हें कई रिमाइंडर भी भेजा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद किसी ने उनकी गुहार नहीं सुनी जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका डाली।

इसयाचिका (Gujrat Euthanasia News) में यह भी कहा गया है कि मुस्लिम मछुआरा समुदाय हमेशा देश के प्रति वफादार रहा है और कभी भी तस्करी जैसी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं रहा है। साथ ही उनकी ओर से यह भी कहा गया है कि मुस्लिम मछुआरों ने हमेशा ही गलत समुद्री सीमा पर पाकिस्तान और अन्य देशों की ओर से चलाए जा रहे गलत गतिविधियों में शामिल तत्वों के बारे में सुरक्षा एजेंसियों सूचनाएं प्रदान की हैं। उन्होंने हमेशा देश को प्राथमिकता दी है। फिर भी उनके साथ भेदभाव बरता जा रहा है।

आपको बता दें कि गुजरात का समुद्र तट काफी संवेदनशील माना जाता है। जहां यह पाकिस्तान की सीमा से लगता है वहीं अरब देशों के स्मगलर भी इसी रूट का इस्तेमाल करते है। ऐसे में इस क्षेत्र के एक खास समुदाय के मछुआरों का इस तरह से त्रस्त होकर इच्छामृत्यु की मांग करना (Gujrat Euthanasia News) कहीं ना किसी देश की सुरक्षा से भी जुड़ा है। क्योंकि अक्सर सुरक्षा एजेंसियां इन्हीं मछुआरों की टिप पर तस्करों और देश विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करती है। बीते दिनों इसी तट पर ड्रग्स की बड़ी खेप भी बरामद की गयी थी। खबरों के मुताबिक देश में के अलग-अलग हिस्सों के तस्कर इस रूट का इस्तेमाल कर ही देश में ड्रग्स लाते हैं और इसे पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में पहुंचाते हैं।

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