Himachal Pradesh News: पत्नी की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए बुजुर्ग ने दान कर दी करोड़ों की संपत्ति, आलीशान घर को बनाएंगे वृद्धाश्रम

Himachal Pradesh News: डॉक्टर ने बताया कि पत्नी और अपनी खुशी के लिए अपनी 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को दान करना चाहते हैं। मगर वे अपनी संपत्ति किसी एक इंसान के हाथो में नहीं देंगे, जो संपत्ति पाकर या तो खुद खराब हो जाए या उनकी खून-पसीने की जिंदगी भर की कमाई का दुरुपयोग करे...

Update: 2022-01-15 15:12 GMT

पत्नी के लिए बुजुर्ग ने दान कर दी करोड़ों की संपत्ति

Himachal Pradesh News: एक जमाना हुआ करता था, जब लोग पत्नी की याद में ताज महल बना दिया करते थे। मगर, गुजरते दौर के साथ पति पत्नी के रिश्ते में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिले। लोग अब प्यार जताने के लिए मंहगे तोहफे और गिफ्ट्स का सहारा लेने लगे। मगर, भौतिकवादी समाज में आज भी कई ऐसे दंपत्ति है, जो मरने के बाद भी अपने प्यार को अमर कर जाते हैं। हिमाचल प्रदेश से पति पत्नी के अटूट प्रेम का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां हमीरपुर जिले में उपमंडल नादौन के एक रिटायर डॉक्टर ने अपनी पत्नी की अंतिम इच्छा पूरा करते हुए अपनी करोड़ों की संपत्ति दान कर दी।

पत्नी की मौत के बाद अंतिम इच्छा की पूरी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के 72 वर्षीय डॉ. राजेंद्र कंवर स्वास्थ्य विभाग से रिटायर्ड हैं। जबकि उनकी पत्नी कृष्णा कंवर शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हुई थीं। करीब एक साल पहले पत्नी कृष्णा का निधन हो गया। दंपत्ति की कोई संतान नहीं है। ऐसे में उन्होंने फैसला किया था कि वह अपनी सारी संपत्ति दान कर देंगे। पत्नी की मौत के बाद डॉ. राजेंद्र ने अपनी पत्नी की इसी इच्छा को पूरा किया है। बुजुर्ग ने अपनी करोड़ों की संपत्ति सरकार को दान दे दी है।

5 करोड़ की संपत्ति दान में दी

डॉ. राजेंद्र ने बताया कि उनकी पत्नी कहा करती थीं कि, 'अब हम बुजुर्ग हो चुके हैं। संतान या फिर घर-कुनबे की और कोई जिम्मेदारी सिर पर नहीं है। सभी परिचित और रिश्तेदार अपनी घर-गृहस्थी में व्यस्त हैं। ऐसे में उनके जाने के बाद उनकी संपत्ति का क्या होगा?' मृत्यु से कुछ वक्त पहले पत्नी कृष्ण कंवर ने पति डॉ. राजेंद्र कंवर से मन की इच्छा जताई थी। जिसके मुताबिक, दंपत्ति अपनी 5 करोड़ की संपत्ति का किसी ऐसे नेक कार्य के लिए दान करेंगे जिससे कि पैसे का समाज के हित में इस्तेमाल हो सके। यह सब हो पाता उससे पहले ही बीते साल जुलाई महीने में पत्नी कृष्ण कंवर का निधन हो गया। पत्नी की मौत के बाद एक दिन डॉ. राजेंद्र कंवर ने अपने कुछ रिश्तेदारों को बुलाकर, उनकी पत्नी की आखिरी इच्छा जाहिर की।

जिंदगी भर की कमाई का सदुपयोग

उन्होंने बताया कि पत्नी और अपनी खुशी के लिए अपनी 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को दान करना चाहते हैं। मगर वे अपनी संपत्ति किसी एक इंसान के हाथो में नहीं देंगे, ताकि, कोई उनके संपत्ति पाकर या तो खुद खराब हो जाए या फिर उनकी खून-पसीने की जिंदगी भर की कमाई का दुरुपयोग करे। लिहाजा अंत में उन्होंने तय कि वे और उनकी पत्नी कृष्ण कंवर के नाम पर 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को हिमाचल सरकार के हवाले कर देंगे।

हिमाचल सरकार के हवाले करोड़ों की प्रॉपर्टी

दान की पूरी प्रक्रिया के तहत बीते साल जुलाई महीने में डॉ. राजेंद्र कंवर ने सभी कानूनी दस्तावेज बनवाए। फिर उन्होंने पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी करने और स्व-संतुष्टि के लिए करोड़ों रुपए की संपत्ति की चाबियां कानूनी रूप से सूबे की सरकार के हवाले कर दीं। साथ ही उन्होंने अपने वसीयतनामे में एक शर्त भी रखी है कि उनके घर को वृद्धाश्रम बना दिया जाए। बुजुर्ग डॉक्टर ने कहा कि, 'जिन लोगों को घर से निकाल दिया जाता है, और बूढ़ापे में दर-दर की ठोकरें खाने पड़ती हैं। ऐसे में मेरे करोड़ों के घर को उन बेसहारा लोगों के रहने का ठिकाना बनाए।' मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि राजेंद्र ने अपनी 5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति सरकार के नाम कर दी है।

घर, गाड़ी समेत जमीन किया दान

सरकारी हुक्मरानों ने भी डॉ. राजेंद्र कंवर को उनकी और उनकी पत्नी की इच्छानुसार ही हर बात पूरी करने का वायदा किया है। करीब 5 करोंड़ की दान की गई संपत्ति में दंपत्ति का एक खूबसूरत आलीशान बंगला, नेशनल हाइवे के किनारे मौजूद पांच कैनाल जमीन और एक कार शामिल है। यह पूरी प्रक्रिया वसीयत करके पूरी की गई है। ताकि डॉ राजेंद्र कंवर की अनुपस्थिति में कोई भी व्यक्ति उनकी संपत्ति के लिए सरकार से विवाद न करें।

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