हैदराबाद के एमबीए युवक ने गरीबी दूर करने के लिए बेची थी अपनी किडनी, फिर बन गया इस काले धंधे का एजेंट, अब गिरफ्तार

एमबीए के एक छात्र ने किडनी उपलब्ध करवाने के नाम पर 34 लाख रुपये ठग लिए थे, उसका नेटवर्क विदेश तक फैला हुआ है...

Update: 2020-07-19 03:48 GMT

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जनज्वार। हैदराबाद में एक अंतरराष्ट्रीय किडनी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। हैदराबाद पुलिस ने शहर के एक व्यक्ति के लिए किडनी का बंदोबस्त करने का वादा करके उससे कथित रूप से 34 लाख रुपये ठगने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार करने के साथ इंटनेशनल किडनी रैकेट का खुलासा किया है। इस संबंध में हैदराबाद पुलिस ने शनिवार (18 July 2020) को कहा कि 25 वर्षीय एमबीए  छात्र की इस मामले में गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने बताया कि वह युवक इस गिरोह मे कैसे शामिल हुआ।

पुलिस ने कहा है कि आरोपी छात्र किडनी दाताओं और उन्हें लेने वालों के बीच बिचैलिए का काम करता था। पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसान, जिससे ठगी की गई थी उसने पिछले साल आरोपी युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा था कि कि उसने श्रीलंका या तुर्की में अपने स्त्रोतों के जरिए किडनी का बंदोबस्त करने का वादा करके 34 लाख रुपये लिए थे और उसके परिवार के सदस्यों के पासपोर्ट की प्रतियां भी ली थीं।

पुलिस के अनुसार, रकम लेने के बाद आरोपी युवक किडनी का बंदोबस्त नहीं कर सका। आरोपी युवक के खिलाफ आइपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी युवक को शुक्रवार (18 july2020) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से शिकायतकर्ता और अन्य लोगों से तुर्की व श्रीलंका की यात्रा कराने के लिए ली गईं पासपोर्ट की प्रतियां भी जब्त की गईं हैं।

पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक ने कुछ साल पहले अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए श्रीलंका में एक किडनी दान की थी और वहां कुछ डाॅक्टरों के संपर्क में आया, जिसके बाद वह इस काले धंधे का एजेंट बन गया। 

मालूम हो कि पिछले साल कानपुर व दिल्ली में भी अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट का खुलासा हुआ था।

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