Jammu Kashmir Delimitation : पहली बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 'कश्मीरी पंडितों' को मिलेगा आरक्षण, परिसीमन आयोग ने दी रिपोर्ट

Jammu Kashmir Delimitation : परिसीमन आयोग की रिपोर्ट में जम्मू संभाग में छह व कश्मीर संभाग में एक विधानसभा सीट को बढ़ाया गया है। कुल मिलाकर जम्मू संभाग के लिए 37 सीटें और कश्मीर के लिए 47 विधानसभा सीटों की सिफारिश की गई हैं...

Update: 2022-05-05 15:00 GMT

Jammu Kashmir Delimitation : पहली बार जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कश्मीरी पंडितों को मिलेगा आरक्षण, परिसीमन आयोग ने दी रिपोर्ट

Jammu Kashmir Delimitation : जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के लिए परिसीमन आयोग (Jammu kashmir delimitation commission) ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। जम्मू कश्मीर के परिसीमन (Jammu Kashmir Delimitation) से संबंधित आयोग ने जो रिपोर्ट सौंपी है उनमें जिन-जिन बातों की सिफारिश की है, उससे एक बात तो साफ हो गई है कि इससे जम्मू कश्मीर की राजनीति पूरी तरह से बदल जाएगी। इस रिपोर्ट में पहली बार कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit) और अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes) के लिए आरक्षण का प्रावधान शामिल किया गया है

परिसीमन आयोग की रिपोर्ट में जम्मू संभाग में छह व कश्मीर संभाग में एक विधानसभा सीट (Assembly Seat) को बढ़ाया गया है। कुल मिलाकर जम्मू संभाग के लिए 37 सीटें और कश्मीर के लिए 47 विधानसभा सीटों की सिफारिश की गई हैं। हालांकि अनुसूचित जाति के लिए पहले की तरह ही सात विधानसभा सीटें आरक्षित रखी गई हैं।

जम्मू कश्मीर के लिए परिसीमन आयोग की रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि इसी साल नवंबर माह में विधानसभा चुनाव (Assemebly Elections) हो सकते हैं। विधानसभा और लोकसभा सीटों को परिसीमन आयोग ने जो गणित तय किया है वो इस प्रकार है-

कुल लोकसभा सीटेंः 5

कुल विधानसभा सीटें: 90

कश्मीर संभाग : 47

जम्मू संभाग: 43

अनुसूचित जाति: 07

अनुसूचित जनजाति : 09

कश्मीरी पंडितः 02

हर लोकसभा में 18 विधानसभा सीटें

परिसीमन आयोग (Jammu Kashmir Delimitation) ने अपनी रिपोर्ट में हर लोकसभा सीट में 18 विधानसभा सीटों को रखा है। केंद्र शासित प्रदेश बनने से पहले जम्मू कश्मीर विधानसभा में 87 सीटें थी, जिसमें चार सीटें लद्दाख की शामिल थीं। लद्दाख के अलग होने के बाद इन सीटों की संख्या 83 सीटें रह गईं, जो अब आयोग की रिपोर्ट के बाद 90 हो जाएंगी। वहीं, पहले कश्मीर संभाग में बारामूला, अनंतनाग, श्रीनगर और जम्मू संभाग में उधमपुर डोडा व जम्मू विधानसभा सीटें थीं। अब परिसीमन आयोग की फाइनल रिपोर्ट में अनंतनाग सीट अनंतनाग-राजोरी पुंछ बन जाएगा। इसके तहत जम्मू सीट से दो जिले राजोरी व पुंछ अनंतनाग में शामिल कर किए गए हैं।

पहले कब हुआ था परिसीमन

जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार परिसीमन (Jammu Kashmir Delimitation) 1995 में हुआ था। उस समय जम्मू-कश्मीर में 12 जिले और 58 तहसीलें हुआ करती थीं। इस वक्त जम्मू कश्मीर में 20 जिले और 270 तहसील हैं। 1995 में किया गया परिसीमन 1981 की जनगणना के आधार पर हुआ था। इस बार 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन आयोग ने अपनी रिपोर्ट बनायी है। 

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