जनज्वार की खबर का असर : झारखण्ड पुलिस ने बलदेव मुर्मू को रिहा किया, जानें पूरा मामला
जनज्वार की खबर का असर : झारखण्ड पुलिस ने बलदेव मुर्मू को रिहा कर दिया है, बता दें झारखण्ड पुलिस ने आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता बलदेव मुर्मू को बिना शिकायत और वारंट के गिरफ्तार कर लिया था|
जनज्वार की खबर का असर : झारखण्ड पुलिस ने बलदेव मुर्मू को रिहा कर दिया है, बता दें झारखण्ड पुलिस ने आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता बलदेव मुर्मू को बिना शिकायत और वारंट के गिरफ्तार कर लिया था| पुलिसिया ज़्यादती के खिलाफ जनज्वार ने इस मामले खिलाफ आवाज़ उठाई थी जिस के बाद झारखण्ड पुलिस ने बलदेव मुर्मू को रिहा किया है|
यह है पूरा मामला
दरअसल, 29 जनवरी को 11 बजे बलदेव मुर्मू को हजारीबाग जिला के बिष्णुगढ़ थानान्तर्गत उनके गांव से बिष्णुगढ़ थाना की पुलिस ने हिरासत में लिया था और बिष्णुगढ़ थाना के लॉकअप में बंद कर दिया। जब उनके गांव वालों व परिजनों को इस बात का पता चलता है, तो वे लोग थाना पहुचें और बलदेव मुर्मू का जुर्म पूछा। थाने में मौजूद पुलिस अधिकारी ने कहा कि बड़ा साहब यानी एसपी के आदेश पर गिरफ्तार किये हैं। वे रात में आएंगे, तो पूछताछ करेंगे। ग्रामीणों को अगले दिन आने बोलते हैं।
बिना सर्च वारंट के ली तलाशी
बालदेव मुर्मू के परिजन व 25-30 ग्रामीण फिर 30 जनवरी को 10 बजे बिष्णुगढ़ थाना पहुंचे, तो उन्हें कहा गया कि अभी तक एसपी नहीं आए हैं, आज रात में एसपी आएंगे, इसलिए आपलोग कल आइये। ग्रामीण पुलिस के झांसे में आकर गांव लौट जाते हैं। गांव आने के बाद उन्हें पता चलता है कि पुलिस आज भी गांव आयी थी और आदिवासी मूलवासी विकास मंच के सचिव विजय मुर्मू के घर में बिना किसी सर्च वारंट के सर्च किया और कुछ किताबें भी ले गये हैं। साथ ही विजय मुर्मू व उनके चाचा अर्जुन मुर्मू को भी खोज रहे थे।
बलदेव पर कोई मुकदमा नहीं था दर्ज
पुलिस के कहे अनुसार आज यानी 31 जनवरी को फिर ग्रामीण व बालदेव मुर्मू के परिजन थाना पहुंचे, तो वहाँ लॉकअप में बलदेव मुर्मू था ही नहीं और बलदेव मुर्मू के बारे में कोई भी अधिकारी बताने के लिए भी तैयार नहीं था। बहुत मनुहार करने पर सिर्फ यह पता चला कि रात में ही बालदेव मुर्मू को यहां से ले जाया जा चूका है। अभी से कुछ देर पहले जब झारखंड जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक Bacha Singh ने थाने पर फोन करके पूछा, तो उन्हें छोटा दारोगा ने बताया कि रात में राँची से स्पेशल टीम आयी थी, जो बालदेव मुर्मू को साथ में ले गये हैं। साथ ही पुलिस अधिकारी ने यह भी बताया कि बालदेव के उपर स्थानीय थाना में कोई मुकदमा नहीं है।
बलदेव मुर्मू की रिहाई की मांग
बता दें कि आज बालदेव मुर्मू के परिजनों ने राँची उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को ईमेल के माध्यम से पूरी घटना से अवगत कराया था और बालदेव मुर्मू को अविलंब परिजनों को सौंपने की मांग की थी| जनज्वार ने इस मामले में पुलिस द्वारा की गई ताकत के गलत इस्तमाल के खिलाफ खबर प्रकाशित की| जिसके बाद इस खबर का असर हुआ है| अब खबर आई है कि बलदेव मुर्मू को झारखण्ड पुलिस ने रिहा कर दिया है| बता दें कि बलदेव मुर्मू की रिहाई की जानकारी रजनी मुर्मू ने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से दी है|