Kangna Ranaut : कंगना रनौत पर दर्ज हुई FIR, सिख समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी करने का लगा आरोप

Kangna Ranaut : कंगना रनौत के खिलाफ दी गई शिकायत में डीएसजीएमसी ने कहा है कि कंगना ने जानबूझकर किसानों के आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में दर्शाया है और सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी भी करार दिया है।;

Update: 2021-11-22 16:21 GMT
Kangna Ranaut : कंगना रनौत पर दर्ज हुई FIR, सिख समुदाय पर अपमानजनक टिप्पणी करने का लगा आरोप

 उत्तर प्रदेश चुनाव में कंगना की एंट्री

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Kangna Ranaut : अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में बनी रहने वाली कंगना रनौत के लिए एक मुश्किल खड़ी हो गई है। कंगना रनौत की मुश्किलें उनके बयानों की तरह ही बढ़ती जा रही हैं। अब कंगना रनौत के खिलाफ भोईवाडा पुलिस स्टेशन दादर में एक शिकायत दर्ज करवाई गई है। एफआईआर में IPC के सेक्शन 153, 153A,153B, 504, 505, 505(2) और IT एक्ट 2000 की धारा 79 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में श्री गुरु सिंह सभा मुंबई ने शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कंगना के अलावा अतुल मिश्रा को भी आरोपी बनाया गया है।

बता दें कि सोशल मीडिया पोस्ट में सिख समुदाय के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में सोमवार को एक सिख संगठन ने मुंबई में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर शिकायत की। मुंबई के खार पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की ओर से शिकायत मिली है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस अधिकारी ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के नेता और डीएसजीएमसी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने कंगना रनौत के खिलाफ शिकायत सौंपी थी।

क्या है शिकायत

कंगना रनौत के खिलाफ दी गई शिकायत में डीएसजीएमसी ने कहा है कि कंगना ने जानबूझकर किसानों के आंदोलन को खालिस्तानी आंदोलन के रूप में दर्शाया है और सिख समुदाय को खालिस्तानी आतंकवादी भी करार दिया है। शिकायत के आधार पर पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसमें कंगना पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 1984 के दंगों और नरसंहार को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक योजनाबद्ध कदम के रूप में दर्शाया था।

कृषि कानून वापसी पर विवादित बयान

बता दें कि कंगना रनौत ने कृषि बिल वापसी के बाद अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा था कि 'हो सकता है कि आज खालिस्तानी आतंकवादियों के कारण सरकार के हाथ बंध गए लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि एक औरत केवल एक महिला प्रधानमंत्री ने इन को अपनी जूती के नीचे कुचल दिया था। चाहे उसने इस देश के लिए कितनी भी पीड़ा क्यों न सही हो, उसने अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया था, लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए थे। इतना नहीं उनकी मौत के दशकों बाद भी आज भी उसके नाम से कांपते हैं। इनको वैसा ही गुरु चाहिए।'

अतुल मिश्रा पर आरोप

कंगना रनौत के साथ-साथ आरोपी अतुल मिश्रा पर भी मुकदमा दर्ज करवाया ह्या है। दूसरे आरोपी अतुल मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल से भी इसी तरह के कमेंट किए थे। जिसमें लिखा था कि 'सरकार भीड़तंत्र के लिए अतिसंवेदनशील है। असली किसान ही असली लूजर हैं क्योंकि कानून उनके लिए ही फायदेमंद थे। सिखों को मनाना बीजेपी के लिए यूपी में कमजोरी को रोक नहीं सकता।' इस मामले कि शिकायत श्री गुरु सिंह सभा की ओर से लॉयर सवीना बेदी सचर ने दायर की है।

कृषि बिल वापसी के फैसले से नाराज है कंगना रनौत

प्रधानमंत्री द्वारा तीनों कृषि कानून वापस लेने के फैसले से बॉलीवुड स्टार कंगना रनौत निराश हैं। कंगना रनौत ने कृषि बिल वापसी के फैसले पर अपने अपने विचार सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए थे। कंगना ने टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री को भी गलत बता दिया था। कंगना रनौत ने कृषि बिल वापसी के फैसले पर अपनी पोस्ट में लिखा था कि यह बेहद शर्मनाक और अनुचित है। कंगना रनौत ने लिखा था कि 'दुखद, शर्मनाक, बिल्कुल अनुचित। अगर संसद में चुनी हुई सरकार की जगह सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया... तो यह भी एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो इसे इस तरह चाहते थे।"

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