Kanpur Crime News Update : ट्रिपल मर्डर करने वाला शातिर डॉक्टर, साक्ष्य हाथ न आए इसलिए पैदल पंहुचा था अटल घाट
Kanpur Crime News Update : डॉक्टर सुशील कुमार अपने अपार्टमेंट से अटल घात तक पैदल पंहुचा था। बताया गया कि डॉक्टर ने ऐसा इसलिए किया ताकि कोई साक्ष्य किसी के हाथ न आए। अगर वह किसी की मदद लेकर या किसी सवारी से अटल घाट जाता तो उसको पहुंचाने वाले के जरिए पुलिस तमाम जानकारियां हासिल कर लेती।
Kanpur Crime News Update : उत्तर प्रदेश के कानपुर में डॉक्टर द्वारा अंजाम दिया गया तिहरे हत्याकांड की मिस्ट्री कुछ-कुछ सुलझने लगी है। बताया जा रहा कि डॉक्टर सुशील ने सोची समझी रणनीति के तहत पत्नी व दोनों बच्चों की हत्या की थी। इसका एक और साक्ष्य पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज के रूप में लगा है। तिहरे हत्याकांड को अंजाम देने वाला सनकी डॉक्टर बेहद शातिर भी है। इसलिए वह वारदात को अंजाम देने के बाद अपार्टमेंट से अटल घाट तक पैदल पहुंचा था। आरोपी ने न तो किसी से कोई बातचीत की और न ही कोई सवारी पकड़ी थी।
साक्ष्य न मिले इसलिए पैदल चला
पुलिस के अनुसार डॉक्टर सुशील कुमार अपने अपार्टमेंट से अटल घात तक पैदल पंहुचा था। बताया गया कि डॉक्टर ने ऐसा इसलिए किया ताकि कोई साक्ष्य किसी के हाथ न आए। अगर वह किसी की मदद लेकर या किसी सवारी से अटल घाट जाता तो उसको पहुंचाने वाले के जरिए पुलिस तमाम जानकारियां हासिल कर लेती। कहा गया कि इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हत्यारोपी डॉक्टर कितना शातिर है।वारदात के बाद पुलिस ने डिविनिटी होम्स अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले थे तो उसे पता चला था कि सुशील दोपहर 1:27 बजे अपार्टमेंट से बाहर निकला था।
पुलिस ने सैकड़ों कैमरों के फुटेज देखे
अपने अपार्टमेंट से डॉक्टर सुशील कुमार बैराज जाने वाले मार्ग की तरफ मुड़ा था। पुलिस ने एक के बाद एक सैकड़ों कैमरों के फुटेज देखे। फुटेज के जरिये अपार्टमेंट से लेकर बैराज तक के कई किलोमीटर के रास्ते को पुलिस ने ट्रेस किया।
सीसीटीवी फुटेज के अनुसार डॉ. सुशील पैदल जाते हुए नजर आ रहा है। करीब दो घंटे तक वह पैदल चलकर दोपहर 3:27 बजे अटल घाट पहुंचा। इस दौरान उसने किसी से कोई संपर्क नहीं किया। किसी को कोई बातचीत नहीं की। इसका कारण यह था कि वह अपने पीछे कोई साक्ष्य छोड़ना नहीं चाहता था।
भाई को मैसेज करने के लिए फोन किया था ऑन
पुलिस के अनुसार डॉ सुशील के मोबाइल नंबर की सीडीआर से पता चला है कि वारदात को अंजाम देने के बाद करीब दो बजे सुशील ने ट्यूशन टीचर को फोन किया था। उसको घर से आने से मना कर दिया था। उसके बाद तत्काल मोबाइल बंद कर दिया था। जिसके बाद अटल घाट पर उसने शाम करीब 5:31 बजे पर मोबाइल ऑन किया। जिसके बाद 5:32 बजे भाई को मैसेज किया। उसके बाद फिर मोबाइल बंद कर दिया। पुलिस का कहना है कि अगर मोबाइल कुछ देर और ऑन रहता या वह किसी से बातचीत करता तो सर्विलांस टीम उसको ट्रेस करने में जल्द कामयाब होती।
अटल घाट में सैकड़ों लोग थे मौजूद
पुलिस का कहना है कि अटल घाट में जिस वक्त सुशील जाता दिख रहा है उस वक्त सैकड़ों लोग घाट पर मौजूद दिख रहे हैं। जब वह सवा पांच बजे घाट के अंदर किनारे चलता है तब भी तमाम लोग वहां थे। पुलिस को आशंका है कि अगर उस वक्त या उससे कुछ देर बाद नदी में कूदता तो घाट पर मौजूद लोगों के अलावा सुरक्षाकर्मी व गंगा प्रहरियों की नजर में जरूर आता।