11 RSS कार्यकर्ताओं को केरल की कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा, SFI से जुड़े एएन नायर हत्याकांड का है मामला
Kerala Court News : साल 2013 में अनावूर नारायण नायर की हत्या के आरोप में केरल (Kerala Court ) की एक सत्र अदालत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( RSS ) के 11 कार्यकर्ताओं को उम्रकैद की सजा सुनाई।
Kerala Court News : नौ साल पहले पहले सभी के सामने अनावूर नारायण नायर ( AN Nayar Murder Case ) की हत्या के आरोप में केरल ( Kerala Court ) की एक सत्र अदालत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 11 कार्यकर्ताओं को उम्रकैद की सजा ( RSS workers convictes ) सुनाई है। आरएसएस ( RSS ) के इन कार्यकर्ताओं ने 2013 में एएन नायर की हत्या थी। नायर की हत्या ( AN Nayar Murder Case ) उसके परिवार के सामने की गई थी और अब इसके नौ साल बाद नेय्याट्टिनकरा अतिरिक्त सत्र अदालत ने आरोपियों को दोषी मानते हुए सजा का ऐलान किया।
पांच नवंबर, 2013 को आरएसएस कार्यकर्ता ( RSS worker ) नायर के बेटे शिवप्रसाद पर हमला करने के लिए उनके घर में घुसे थे और बीचबचाव करने पर नायर की हत्या कर दी थी। शिवप्रसाद माकपा की युवा शाखा एसएफआई के तत्कालीन क्षेत्रीय सचिव थे।
केरल की अतिरिक्त सत्र अदालत जिन लोगों को हत्या का दोषी पाया है उनमें केएसआरटीसी कर्मचारी संघ (बीएमएस) के राज्य सचिव वेल्लमकोली राजेश (47), अजयन (33), बीनू (43), गिरीश (48), प्रेम कुमार (36), प्रसाद कुमार (35), आरएसएस प्रचारक अनिल (32), गिरीश कुमार (41), अरुण कुमार (36), बैजू (42), साजिकुमार (43) का नाम शामिल है।
एएन नायर हत्याकांड मामले में नेय्याट्टिनकरा अदालत की अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कविता गंगाधरन ने दोषियों को उम्रकैद की सजा के साथ एक-एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। सजा के ऐलान से पहले अदालत में सभी आरोपी एक जैसे कपड़े और एक जैसी हेयर स्टाइल में पहुंचे थे।
Kerala Court News : ये है पूरा मामला
दरअसल, साल 2013 में पांच नवंबर को नायर के बेटे शिवप्रसाद पर हमला करने के लिए आरएसएस (RSS) कार्यकर्ता उनके घर में घुसे थे। उस वक्त शिव प्रसाद सीपीएम (CPM) की छात्र विंग शाखा स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया या एसएफआई(SFI) के क्षेत्र सचिव थे। हमला करने के दौरान शिव प्रसाद के पिता अनावूर नारायण नायर ( AN Nayar Murder Case ) द्वारा बीच-बचाव करने पर हमलावरों ने नायर की हत्या उनकी पत्नी और दो बेटों के सामने ही कर दी। हमले में शिव प्रसाद और उनके भाई को गंभीर रूप चोटें आई थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह हमला क्षेत्र में सियासी प्रतिशोध का बदला लेने के मकसद से किया गया था।