Mi-17V5 Helicopter Crash : कौन हैं एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह, जिनकी अगुवाई में होगी हेलीकॉप्टर हादसे की जांच

Mi-17V5 Helicopter Crash : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार 9 दिसंबर को संसद के दोनों सदनों को यह जानकारी दी कि तमिलनाडु के नजदीक कुन्नूर चॉपर क्रैश मामले की ट्राई-सर्विस इनक्वॉयरी कराई जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे।

Update: 2021-12-09 09:16 GMT

एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (फाइल फोटो)

Mi-17V5 Helicopter Crash : केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार 9 दिसंबर को संसद के दोनों सदनों को यह जानकारी दी कि तमिलनाडु के नजदीक कुन्नूर चॉपर क्रैश मामले की ट्राई-सर्विस इनक्वॉयरी कराई जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ( ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। बता दें कि इस हेलीकॉप्टर हादसे में भारत के पहले सीडीएस जनरल विपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। 

एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुवाई में होगी जांच

तमिलनाडु के कुन्नूर के नजदीक बुधवार 8 दिसंबर को सुबह सेना का MI-17 V5 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 लोगों की मौत हो गई थी। संसद में गुरुवार को राजनाथ सिंह ने बताया कि इस ट्राई सर्विस टीम की अगुवाई एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि मानवेंद्र सिंह बुधवार को ही वेलिंगटन पहुंच चुके हैं और मामले की जांच भी शुरू कर चुके हैं। आईएएफ के अधिकारियों के अनुसार एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह भारतीय वायुसेना के ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और खुद भी हेलीकॉप्टर पायलट हैं।

कंट्रोल रूम से टुटा था संपर्क

मिली जानकारी के अनुसार राजनाथ सिंह ने बताया कि जनरल बिपिन रावत अपने एक पूर्वनिर्धारित समारोह में शामिल होने जा रहे थे। उनके विमान को जिस समय लैंड होना था। उससे कुछ समय पहले ही उसका संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया। जिसके बाद कुन्नूर के कुछ स्थानीय लोगों ने हेलीकॉप्टर क्रैश होने की जानकारी दी। इस हादसे में अकेले ग्रुप कैप्टन वरुण बचे है। राजनाथ सिंह ने संसद को यह भी बताया कि घटना में अकेले बचे ग्रुप कैप्टन वरुण का वेलिंगटन सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है और फिलहाल वह लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।

कौन है एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को 29 दिसंबर 1982 को हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना की फ्लाइंग ब्रांच में शामिल किया गया था। जिसके बाद उन्हें कई अहम जिम्मेदारियां दी गई थीं। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने इसी साल एक फरवरी को भारतीय वायु सेना की दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख का कार्यभार संभाला था इसके बाद सितंबर में उन्हें एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (ट्रेनिंग कमांड) की जिम्मेदारी दी गई थी। अब इन्हें MI-17 V5 हेलीकॉप्टर हादसे की जांच सौंपी गई है।

6600 घंटे का फ्लाइट रिकॉर्ड

बता दें कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नाम कई रिकॉर्ड भी हैं। जिसमें से एक है 6600 घंटे से भी अधिक का उड़ान अनुभव है। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने 1 नवंबर 2019 को वायुसेना मुख्यालय में महानिदेशक (निरीक्षण और सुरक्षा) पद का कार्यभार संभाला था। इन्होनें लगभग चालीस साल की सेवा में एयर ऑफिसर ने कई प्रकार के जटिल हेलिकॉप्टर और प्रशिक्षण विमान उड़ाए हैं। साथ ही उन्होंने सियाचिन, उत्तर पूर्व उत्तराखंड, पश्चिमी मरूस्थल और कांगो लोकतांत्रिक गणतंत्र में उड़ान भरी है।

निभाई है कई अहम जिम्मेदारियां

बता दें कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह एक शानदार फ्लाइंग इन्स्ट्रक्टर भी हैं। 40 साल के दौरान उन्हें कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी दी जा चुकी है। उन्हें ऑपरेशनल हेलिकॉप्टर युनिट का कमांडिंग ऑफिसर भी बनाया जा चुका है। जिसके बाद वह एक अग्रिम हेलिकॉप्टर अड्डे के स्टेशन कमांडर बनाए गए थे। बता दें कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह को अति विशिष्ट सेवा मेडल, वीर चक्र और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। 

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