Lakhimpur Kheri : कार के वीडियो सहित सरकार का रक्तचरित्र भी आया सामने, गोरखपुर से खीरी तक नाकामियों पर मुआवजों का पर्दा

Lakhimpur Kheri : भाजपाइयों की निर्लज्जता देखिए की न तो मंत्री अजय टेनी ने खुद स्तीफा दिया और ना ही किसी की हिम्मत ही पड़ रही की उसको बर्खास्त ही कर सके...

Update: 2021-10-05 10:31 GMT

(घटना के बाद भागता कार चालक पहिए में दबी किसान की लाश)

Lakhimpur Kheri (जनज्वार) : लखीमपुर किसान नरसंहार का घटनाक्रम देखकर किसी का भी कलेजा मुँह को आ सकता है। घटना के बाद अब एक-एक कर हादसे से जुड़े कई वीडियो सामने आ रहे हैं। इसके अलावा जीप जो चढ़ाई गई उससे जुड़े कुछ दस्तावेज भी सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं। जिनमें गाड़ी, उसका नंबर, और मालिक यानी अजय टेनी की होनी साफ पता चला रही है कि हादसे के पीछे किसका हाथ है।

इस सबके बीच भाजपाइयों की निर्लज्जता देखिए की न तो मंत्री अजय टेनी ने खुद स्तीफा दिया और ना ही किसी की हिम्मत ही पड़ रही की उसको बर्खास्त ही कर सके। बावजूद इसके विपक्ष के नेताओं पर लगाम लगाने की साजिश और कोशिश की जा रही है। जिसके चलते लोकतंत्र की हत्या जैसी आवाजें पूरे देश में उठाई जा रही हैं। 

बहरहाल डैमेज कंट्रोल के लिए हादसे में मारे गये सभी किसानों के परिजनों को योगी सरकार की तरफ से 45 लाख रूपये व एक सरकारी नौकरी की घोषणा जरूर की गई थी। साथ ही लखीमपुर हादसे में मृतक पत्रकार रमन कश्यप के परिवार को भी 45 लाख रूपये व सरकारी नौकरी की घोषणा की गई है। लेकिन इस सबके बावजूद भाजपाई जिस तरह से साम दाम भय भेद मामले पर पर्दा डालने को जुटे हैं वह निंदनीय है।

इस बीच प्रधानमंत्री मोदी अमृत महोत्सव मनाने लखनऊ पहुँचे हैं। लेकिन इस दौरान कहीं भी प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की मौत या अपने मंत्री टेनी के लिए एक शब्द भी नहीं कहा है। प्रधानमंत्री के इस क्रियाकलाप की भी चारों तरफ घोर निंदा की जा रही है। 

इधर टीवी अखबारों ने कमान संभाल ली है। ज्यादातर चैनल खोलने पर उसमें गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी का सुपुत्र आशीष टेनी अपनी सफाई देता नजर आ रहा है। योगी बाबा की पुलिस उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। घटना के बाद तमाम ऐसी बातों हैं जो सरकार के दोहरे चरित्र की बखिया उतारती है। इससे पहले गोरखपुर मनीष गुप्ता हत्याकांड के आरोपी भी अभी नहीं पकड़े जा सके हैं।

वहीं अब तक खीरी में हुई हिंसक घटना के बाद से मौके पर पहुंच रहे 11 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन नेताओं में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का नाम भी शामिल है। एफआईआर लखीमपुर खीरी के नजदीक सीतापुर जेल में दर्ज की गई है। इन सभी के खिलाफ शांति भंग करने का मामला दर्ज किया गया है।

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