Lucknow News : हाईकोर्ट से मिली फटकार के बाद स्वास्थ्य विभाग का बड़ा कारनामा, 'मच्छरपकड़' टीम ने गिरफ्तार किए 361 डेंगू मच्छर
Lucknow News : स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के मच्छरों को पकड़ने के लिए शातिर बदमाशों को पकड़ने वाली रणनीति अपनाई है। नगर मलेरिया अधिकारी डॉ. एपी सिंह ने बताया कि चार इंसेक्ट कलेक्टर की टीमें बनाई गईं हैं...
Lucknow News : डेंगू पर लगाम लगाने की लापरवाही पर उच्च न्यायालय ने फटकार लगाई तो स्वास्थ्य विभाग ने कुछ वो कारनामा कर दिखाया जो हम-आप सोंच भी नहीं सकते। विभाग ने शहर में डेंगू मच्छरों की धरपकड़ शुरू कर दी है। महकमें का दावा है कि अब तक 'मच्छरपकड़' टीम ने डेंगू फैलाने के जिम्मेदार 361 एडीज मच्छरों को गिरफ्तार किया है।
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के मच्छरों को पकड़ने के लिए शातिर बदमाशों को पकड़ने वाली रणनीति अपनाई है। नगर मलेरिया अधिकारी डॉ. एपी सिंह ने बताया कि चार इंसेक्ट कलेक्टर की टीमें बनाई गईं हैं। इन लोगों को मच्छर पहचानने और पकड़ने की ट्रेनिंग दी गई है।
टीम को सख्त निर्देश दिया गया है कि मच्छर पकड़ने के लिए रात में निकला जाए। क्योंकि डेंगू का मच्छर दिन में काटता है और रात को सोता है। डॉ. एपी सिंह ने बताया कि पिछले एक महीने में टीम 361 मच्छर पकड़ चुकी है।
इन इलाकों से पकड़े गये इतने मच्छर
मच्छरपकड़ टीम ने अब तक पुराना लखनऊ से 162, फैजुल्लागंज से 35, केशवनगर से 21, भ्रमनगर से 17, निशातगंज से 15, महानगर से 11, त्रिवेणी नगर से 19, भरतनगर से 27, बादशाहनगर से 11, इंदिरानगर से 9, और पेपर मिल कॉलोनी से 17 मच्छरों सहित कुल 361 मच्छर पकड़ने का दावा किया है।
कैसे पकड़ते हैं मच्छर?
इंसेक्ट कलेक्टर टीडी भट्टाचार्य ने बताया कि अंधेरे में जहां मच्छर होने की संभावना होती है, वहां टॉर्च जला देते हैं। क्योंकि रोशनी में मच्छर उड़ता नहीं है। इसके बाद टेस्ट ट्यूब का मुंह मच्छर की तरफ कर तेजी से हवा खींचते हैं। इस विधि से चार-पांच मच्छर एक साथ उसमें आ जाते हैं। माइक्रोस्कोप से इनकी पहचान कर मार दिया जाता है।
हाईकोर्ट ने क्या कहा?
हाईकोर्ट ने कहा कि डेंगू की रोकथाम में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। अदालत ने इस मामले में प्रमुख सचिव-हाउसिंग को भी पार्टी बनाने को कहा है। इस सहित शहर में कूड़ा न उठने के मामले में कोर्ट ने सख्त रूख अपनाया है। कोर्ट ने प्रमुख सचिव आवास को बी 17 अक्टूबर को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है।