Rewa Crime News : भाजपा पोषित नरपिशाचों ने 150 गायों को हजारों फीट गहरी खाई में धकेला, 50 की मौत कई की हालत गंभीर
Rewa Crime News : इतनी संख्या में गायों को ढञकेलने वालों का भाजपा से कनेक्शन बताया जा रहा है। पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ती की है। क्योंकि एमपी भाजपा के तमाम नेताओं का दबाव था...
Rewa Crime News (जनज्वार) : केंद्र की सत्ता में बैठी बीजेपी सरकार हो या फिर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार। कांग्रेस सहित तमाम दलों के नेता भी गाय पर सियासत करने से पीछे नहीं हटते। चुनावों के नजदीक आते ही यही नेता अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने के लिए गाय को अपना चुनावी मुद्दा बना लेते हैं। बावजूद इसके गायों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। यूपी से लेकर एमपी और भी कई राज्यों में आये दिन असामाजिक तत्व इन बेजुबानों के लिए काल बने हुए हैं।
हालिया मामला मध्य प्रदेश के रीवा (Rewa Madhya Pradesh) जिले के गढ़ थाना क्षेत्र के लालगांव चौकी से सामने आया है। यहां 2000 फिट गहरी खाई में 150 से अधिक गायों को धकेल दिया गया। स्थानीय लोगों को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था इतनी लचर है कि न ही 28 तारीख से लेकर आज 8 तारीख तक कोई कार्रवाई हुई और न ही व्यवस्थित रेस्क्यू किया गया।
मामले में अब 10 दिन बीत जाने के बाद प्रशासन की नींद खुली, तब कहीं जाकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। लेकिन 10 दिन तक गहरी खाई में भूंखे प्यासे पड़े सैकड़ों गौवंशो में से 50 की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि कल शुरू हुए रेस्क्यू अभियान में अभी गौवंशो को खाई से बाहर निकाला जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पहले इस पूरे घटनाक्रम को बहुत हल्के में लिया गया। जितनी खाई में गोवंश को धकेला गया है वहां पर रेस्क्यू करने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। स्थानीय RTI एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने कहा कि यह सरकारी दावों की पोल खोलती हुई घटना है। गोवंश सड़कों पर मर रहा है और सरकार इस दिशा में ध्यान नहीं दें रही है।
गोवंश की ऐसी दुर्दशा अब विंध्य क्षेत्र में आम बात हो गई है। रीवा जिले का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी कई जगह से शिकायतें आई थी। लोगों का मानना है कि गायों की इस हालत के लिए प्रशासन भी कम जिम्मेदार नहीं है। जिन्होनें गोवंश के लिए कोई व्यवस्था नहीं की और तो गौशालाओं का निर्माण भी अब ठंडे बस्ते में दिख रहा है। जबकि खुद रीवा सांसद कह चुके हैं कि गौशाला में भले बन गई है लेकिन इनका संचालन नहीं हो पाएगा। इसके लिए उन्होने आम जनता को ही जिम्मेदार बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
इस मामले में कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी कहना है कि 'यह बेहद गंभीर मामला है। गोवंश को जिस तरह से गहरी खाई में धकेला गया है, उसको लेकर सरकार पर एफआईआऱ होनी चाहिए। मुख्यमंत्री पर एफआईआऱ होनी चाहिए। क्या अब मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और देश के गृह मंत्री अमित शाह शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआऱ करेंगे।'