Mumbai News: महाराष्ट्र के मंत्री ने हेमा मालिनी पर कर दी मर्दवादी कुंठा का इजहार, मांगनी पड़ी सरेआम माफी

Mumbai News: महाराष्ट्र के जलापूर्ति मंत्री गुलाबराव पाटिल ने अपने विरोधियों को उनके विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर वहां अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कें देखने को कहा था। भाषण के दौरान पाटिल ने सड़कों की तुलना हेमा मालिनी को गालों से कर दी...

Update: 2021-12-20 04:07 GMT
महाराष्ट्र के मंत्री ने हेमा मालिनी के गालों पर की विवादित टिप्पणी

Mumbai News: महाराष्ट्र के मंत्री (Maharastra Minister) और वरिष्ठ शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल (GulabRao Patil) के अपने विधानसभा क्षेत्र जलगांव जिले की सड़कों की तुलना अभिनेत्री हेमा मालिनी (Actress Hema Malini) के गाल से कर दी जिसपर विवाद खड़ा हो गया। पाटिल की कथित टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मंत्री ने कथित टिप्पणी हाल में जिले के बोधवाड़ नगर पंचायत चुनाव के दौरान एक चुनावी बैठक को संबोधित करने के दौरान की। राज्य के महिला आयोग ने कड़ा रुख अपनाते हुए मंत्री से अपने बयान पर माफी मांगने को कहा, जिसके बाद गुलाबराव पाटिल ने अपने बयान पर माफी मांगी है। महिला आयोग की चेतावनी के कुछ घंटों बाद ही पाटिल ने अपने बयान के लिए माफी मांगी ली। पाटिल ने इस दौरान कहा, ''मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैं अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगता हूं।''

बता दें कि अपने भाषण के दौरान गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) ने अपने विरोधियों को उनके विधानसभा क्षेत्र का दौरान कर वहां अच्छी गुणवत्ता वाली सड़कें देखने को कहा था। कई वर्षों तक जलगांव सीट से विधायक रहे भाजपा के पूर्व नेता एकनाथ खडसे पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र के जलापूर्ति मंत्री पाटिल ने कहा था, "कि 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर सड़कें हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।"

महिला आयोग ने मंत्री को दी चेतावनी

इसके बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने मंत्री पाटिल की टिप्पणी का संज्ञान लिया और हेमा माहिनी पर कथित टिप्पणी पर माफी नहीं मांगने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। महिला आयोग ने पाटील से मालिनी के गाल जैसी सड़क बनाने वाले बयान पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। जबकि भाजपा पार्टी ने पाटील के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की थी। रविवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रुपाली चाकणकर ने कहा कि पाटील अपने बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। यदि वे माफी नहीं मांगते हैं तो उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। जबकि प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने कहा कि पाटील को मालिनी का गाल नजर आ रहा है। लेकिन पुलिस को पाटील के बयान में महिला का विनयभंग नजर नहीं आ रहा है।

हेमा मालिनी की गाल और राजनीति में विवाद

बता दें ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी मंत्री या नेता ने हेमा मालिनी को गालों पर टिप्पणी की है। राजनीति में हेमा मालिनी के गाल की चर्चा चब से शुरू हुई जब राजब सुप्रीमों लालू प्रसाद ने सााल 2005 में पहली बार अभिनेत्री हेमा मालिनी के गाल पर कमेंट किया था।  साल 2005 में जब लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) केंद्र की यूपीए (UPA) सरकार का हिस्सा थे और उनके पास रेल मंत्रालय (Railway Minister) का महकमा था, तब उन्होंने कहा था, 'बिहार (Bihar) की सड़कें हों तो हेमा मालिनी (Hema Malini) के गालों जैसी…" तब से लेकर आज तक सड़कों की चिकनाई और सुदंरता की तुलना अक्सर हेमा मालिनी के गोले से कर दी जाती है। हाल ही में लालू यादव के 16 साल पुराने उस बयान की चर्चा तब तेज हो गई जब राजस्थान के एक मंत्री ने कहा कि, "हेमा मालिनी तो अब बूढ़ी हो गई हैं।सड़कें कैटरीना कैफ (Katrina Kaif) के गालों जैसी होनी चाहिए।"

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