Manish Verma Patna : जब रावण दहन में मारे गए थे 33 लोग तब पटना के DM थे मनीष वर्मा, आज नीतीश कुमार क्यों हैं उनपर इतना मेहरबान
Manish Verma Patna : मनीष वर्मा उस वक्त नीतीश कुमार के करीब आए जब वह पटना के जिलाधिकारी थे, जब वे पटना के जिलाधिकारी थे तब 3 अक्टूबर 2014 को पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के बाद भगदड़ मची थी....
Manish Verma Patna : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की अध्यक्षता में मंगलवार को वर्चुअल मोड में कैबिनेट की बैठक हुई है। इस बैठक में सरकार ने कुल सात एजेंडों पर मुहर लगाई। बिहार विकास मिशन के तहत मुख्यमंत्री के लिए एक अतिरिक्त परामर्शी के पद के सृजन पर भी मुहर लगी। इस फैसले के बाद से सबकी नजरें इस अतिरिक्त परामर्शी के पद पर टिक गई है।
इस पद को लेकर अब चर्चा हो रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) किसी खास को इस पद पर बैठाना चाहते हैं। इसलिए इस पद का सृजन किया गया है। चर्चा इस बात की भी है कि नीतीश कुमार ने अपने खास अधिकारी मनीष वर्मा (Manish Verma Patna) के लिए इस पद को क्रिएट किया है। मनीष वर्मा ने पिछले साल ही वॉलेंटरी रिटायरमेंट लिया था। मनीष वर्मा नीतीश कुमार के इतने खास माने जाते हैं कि नीतीश कुमार उन्हें खुद से अलग नहीं रहने देना चाहते हैं। जानते हैं मनीष वर्मा के बारे में।
मनीष वर्मा फिलहाल सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी (Retd. IAS Manish Verma) हैं लेकिन उन्हें बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का सदस्य बनाया गया है। मुख्यमंत्री के लिए अतिरिक्त परामर्शी पद इसलिए सृजित किया गया है ताकि मनीष वर्मा को लाया जा सके। मनीष वर्मा 2000 बैच के ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें अपने मूल कैडर में वापस बुलाया जा रहा था लेकिन मनीष वहां जाने के इच्छुक नहीं थे। ऐसे में उन्होंने वॉलेंटरी रिटायरमेंट ले लिया था ताकि वह नीतीश कुमार के पास रह सकें। वॉलेंटरी रिटायरमेंट के बाद भी वह नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं।
मनीष वर्मा उस वक्त नीतीश कुमार के करीब आए जब वह पटना के जिलाधिकारी थे। जब वे पटना के जिलाधिकारी थे तब 3 अक्टूबर 2014 को पटना के गांधी मैदान में रावण दहन के बाद भगदड़ मची थी। भगदड़ में सौ से ज्यादा लोग घायल हुए थे जबकि 33 लोगों की मौत हो गई थी।
मनीष वर्मा साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी चर्चाओं में आए थे तब वह पूर्णिया के जिलाधिकारी थे। उस वक्त सुशील मोदी ने उनके काम से नाराज होकर चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर मनीष वर्मा को हटाने का आग्रह किया था।
बहरहाल मनीष वर्मा नीतीश कुमार के करीब रहने के लिए वॉलेंटरी रिटायरमेंट लेने के बाद भी उनकी सेवा में लगे रहे। चर्चा है कि मुख्यमंत्री ने उनकी निष्ठा को देखते हुए इस पद का सृजन किया है। इसका ही उन्हें ईनाम दिया जा रहा है।
बिहार के राज्यपाल के निर्देश पर सेवानिवृत्त आईएएस मनीष कुमार वर्मा को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का सदस्य बनाया गया है। इस संबंध में राज्य रकार के अपर सचिव रामचंद्रुडु ने अधिसूचना जारी की है।