Money Laundering Case : 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए अनिल देशमुख
Money Laundering Case : मनी लॉन्ड्रिंग और 100 करोड़ रुपए की वसूली मामले में अदालत ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
Money Laundering Case : मनी लॉन्ड्रिंग केस : महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख मनी लॉन्ड्रिंग और 100 करोड़ रुपए की वसूली मामले में आज अदालत से राहत नहीं मिली। अदालत ने अनिल देशमुख को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत से अनिल देशमुख की कस्टडी की मांग की थी। ईडी ने अदालत को बताया कि सबूत जुटाने और वसूली की पैसे की तह तक पहुंचने के लिए अभी और जांच की जरूरत है।
अदालत का कस्टडी में रखने की इजाजत देने से इनकार
प्रवर्तन निदेशालय ने अनिल देशमुख को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद अनिल देशमुख को 6 नवंबर तक ईडी की कस्टडी में भेज गया था। शनिवार को देशमुख को स्पेशल हॉलीडे कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान ईडी ने उनकी कस्टडी मांगी थी लेकिन कोर्ट ने इनकार कर दिया और न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सोमवार को 12 घंटे की पूछताछ के बाद अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में जांच एजेंसी ने पाया था कि अनिल देशमुख की तरफ से किसी भी सवाल पर संतोषजनक जवाब नहीं दिए गए। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
ऋषिकेश देशमुख पर भी ईडी ने कसा शिकंजा
ED ने अनिल देशमुख के बेटे ऋषिकेश देशमुख को पूछताछ के लिए समन जारी किया था। शुक्रवार को उन्हें ईडी दफ्तर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वो हाजिर नहीं हुए।
एंटीलिया केस से जुड़ा है मामला
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर 25 फरवरी को विस्फोटक से लदी एक गाड़ी मिली थी. इस मामले में मुंबई पुलिस के अफसर सचिन वाजे का नाम सामने आया था. इसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने उस समय के मुंबई पुलिस के कमिश्नर परमबीर सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया और उन्हें होमगार्ड का डीजी बना दिया गया. इसके बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी में पूर्व कमिश्नर ने दावा किया था कि अनिल देशमुख ने गृह मंत्री रहते हर महीने सचिन वाझे से 100 करोड़ रुपये देने की मांग की थी।