तीन रातें जेल में बिताने के बाद छत्तीसगढ़ सीएम के पिता नंद कुमार बघेल को मिली जमानत, जज ने सुने तर्क

नंद कुमार बघेल ने लखनऊ में कहा था कि मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को अपने गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें....

Update: 2021-09-11 01:30 GMT

(नंदकुमार बघेल ने ब्राह्मणों को बताया था 'विदेशी')

जनज्वार। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के पिता नंद कुमार बघेल (86 वर्षीय) को शुक्रवार 10 सितंबर को जमानत मिल गई। उनके वकील गजेंद्र सोनकर (Gajendra Sonkar) ने बताया कि लोअर कोर्ट जमानत मिली है। बघेल को ब्राह्मण समुदाय (Brahmin Community) पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते मंगलवार को हिरासत में लिया गया था। उन्हें कोर्ट ने पंद्रह दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। मामले में अगली सुनवाई 21 सितंबर को होनी है।

नंद कुमार बघेल (Nandkumar Baghel) के वकील गजेंद्र सोनकर ने बताया कि तर्क सुनने के बाद जज जनकर कुमार हिदको ने शुक्रवार को उन्हें जमानत दे दी है। इसके बाद तीन रातें जेल में बिताने के बाद नंदकुमार बाहर आ गए हैं।

नंद कुमार बघेल ने लखनऊ में कहा था- ''मैं भारत के सभी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा हूं कि ब्राह्मणों को अपने गांवों में प्रवेश न करने दें। मैं हर समुदाय से बात करूंगा ताकि हम उनका बहिष्कार कर सकें। उन्हें वोल्गा नदी के तट पर वापस भेजने की जरूरत है। ब्राह्मण परदेसी हैं। विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए, वैसे यह ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने के लिए तैयार हो जाएं।''

इसके बाद सर्व ब्राह्मण समाज की शिकायत के बाद डीडी नगर पुलिस ने शनिवार 4 सितंबर को नंद कुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-ए (विभिन्न समहूों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (1) (बी) के तहत एफआईआर दर्ज की थी। 

अपने पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि कानून सर्वोच्च है और उनकी सरकार सबके लिए खड़ी है। भूपेश बघेल ने कहा था- कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह व्यक्ति मेरे 86 वर्षीय पिता हों। छत्तीसगढ़ सरकार हर धर्म, सम्प्रदाय,समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है. मेरे पिता नंद कुमार बघेल द्वारा एक विशेष समुदाय के खिलाफ टिप्पणी कर सांप्रदायिक शांति भंग की गई है। उनके बयान से मैं भी दुखी हूं।

वहीं रायपुर के डीडी नगर में एफआईआर के बाद पुलिस ने नंदकुमार बघेल को आगरा से अरेस्ट किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

 नंदकुमार बघेल को अरेस्ट करने के बाद पुलिस थाने में ले जाया गया था। यहां उनकी एक फोटो खूब वायरल हुई थी। दरअसल तस्वीर में वह इंस्पेक्टर की मेज पर थाली रखकर खाना खा रहे थे। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए यूजर्स की तरह-तरह की टिप्पणियां सामने आ रही थीं। कुछ लोगों ने कहा था कि काश, पुलिस आम बुजुर्गों के साथ भी इसी तरह पेश आती।

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