लॉकडाउन में काम बंद होने पर घर जा रहा था पेंटर, टीटीई ने ट्रेन से दिया धक्का तो परिवार के पास पहुँची कटी हुई लाश

पेंटर बसंत ने टीटी से मिन्नतें करते हुए 1 हजार रूपये भी दे दिये, लेकिन वह 1500 पर अड़ा था। आरोप है कि टिकट मांगने पर टीटीई ने बसंत की पिटाई की और पीटते हुए उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। शनिवार 15 मई को पोस्टमार्टम के बाद घरवालों को शव सौंप दिया गया...

Update: 2021-05-17 02:55 GMT

जनज्वार, लखनऊ। लॉकडाउन में काम बंद होने के बाद घर वापस लौट रहे पेंटर की ट्रेन के टीटीई की जिद से जान चली गई। पेंटर बहुत गिड़गिड़ाया, खूब मिन्नतें भी की लेकिन टीटीई नहीं पसीजा। बिना टिकट पेंटर से 1 हजार रूपये लेने के बाद भी उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। ट्रेन से गिरे पेंटर की घर पहुँचने से पहले ही दर्दनाक मौत हो गई।  

यूपी के देवरिया का रहने वाला बसंत सिकंदराबाद में पेंटिंग का काम करता था। बसंत के साथ उनका चचेरा भाई तारकेश्वर और चौरीचौरा निवासी बहनोई गोविंद भी काम करता था। बसंत के बहनोई गोविंद का कहना है कि सिकंदराबाद में लॉकडाउन लग गया था। वहां ना तो उनके पास रूपये बचे थे और ना ही खाने का इंतजाम ही था। 

पेंटर बसंत सहित उसके भाई व बहनोई ने 13 मई को ट्रेन पकड़ी थी। बहनोई और तारकेश्वर का टिकट पहले से ही था लेकिन पेंटर बसंत का टिकट नहीं बन पाया था। सिकंदराबाद से लखनऊ तक उन्हें किसी ने नहीं रोका। लखनउ क्रास होते ही बादशाहनगर स्टेशन पर ट्रेन पहुँची तो टीटीई जयनारायण यादव ने टिकट मांगा। टीटीई ने टिकट ना होने पर 1500 रूपये जुर्माना लगाने की बात कही। 

बसंत के बहनोई गोविंद का कहना है कि टीटी ने काफी देर तक बसंत से बहस की। इस दौरान बसंत ने टीटी से मिन्नतें करते हुए 1 हजार रूपये भी दे दिये, लेकिन वह 1500 पर अड़ा था। आरोप है कि टिकट मांगने पर टीटीई ने बसंत की पिटाई की और पीटते हुए उसे चलती ट्रेन से धक्का दे दिया। शनिवार 15 मई को पोस्टमार्टम के बाद घरवालों को शव सौंप दिया गया है।

बताया जा रहा है कि 1 हजार रूपये लेने के बाद भी टीटी ने बसंत को धक्का दे दिया, जिससे बसंत की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। घटना से गुस्साए अन्य यात्रियों ने टीटीई की भी पिटाई कर दी। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर जेल भेज दिया गया। रविवार 16 मई की शाम टीटीई जयनारायण यादव को निलंबित भी कर दिया गया।  

Tags:    

Similar News