Patna Crime News: मायके की प्रॉपर्टी ने नहीं मिला हिस्सा तो चाची और भाई को जिंदा जलाया, कमरे में मिली सिर्फ राख

Patna Crime News: शांति देवी ने अपने गोद लिए बेटे अविनाश कुमार की शादी पक्की की थी। भाई की शादी पक्की होने की बात से माधुरी काफी नाराज थी। उसे इस बात का डर था कि चचेरे भाई की शादी होने के बाद जायदाद में हिस्सा नहीं मिल सकेगा...

Update: 2021-12-17 05:00 GMT

(जमीन विवाद में डबल मर्डर)

Patna Crime News:  बिहार के पटना में मायके की जायदाद में हिस्सा न मिलने से नाराज एक महिला ने अपनी चाची और भाई को केरोसिन डालकर जिंदा जला डाला। आग की लपट और गंदे महक पर गांव के लोग वहां जमा हो गए। घर के कमरे में बुरी तरह जल चुके लोगों की सिर्फ राख मिली। वहीं, घटना से आक्रोशित लोगों ने आरोपी महिला की जमकर पिटाई की। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह महिला को लोगों से छुड़ाया और गिरफ्तार कर लिया है। दिल दहला देने वाली यह घटना पटना के नौबतपुर थाना अंतर्गत करणपुरा गांव की है। मरने वालों की पहचान शांति देवी (70 वर्ष) और उनका गोद लिया हुआ बेटा अविनाश कुमार (12 वर्ष) के रूप में हुई है।

जमीनी विवाद में मायके वालों की हत्या

ग्रामीणों के अनुसार, मृतक शांति देवी के पति लाल दास तीन भाई थे। तीनों भाई, लाल बहादुर, गुहारी दास और लाल दास में से किसी को बेटा नहीं था। शांति देवी के पति लाल दास अग्निशमन दस्ते से सेवानिवृत्त थे। एक वर्ष पूर्व लाल दास की मृत्यु हो गई। घर में कोई बेटा नहीं रहने के कारण लाल दास ने लगभग 12 साल पहले अनाथ आश्रम से अविनाश कुमार को गोद लिया था। तब से दंपत्ति उसे ही अपना वारिस मानने लगे थे। मगर, अविनाश को पूरे जायदाद का वारिस बनाना लाल बहादुर की बेटी माधुरी देवी को खटकने लगा था। माधुरी देवी की शादी मसौढ़ी में हुई थी और उसके 4 बच्चे हैं। माधुरी देवी के पति रविंद्र पासवान बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत है।

जायदाद का वारिस बनने को लेकर था विवाद

परिजनों ने बताया कि शांति देवी ने अपने गोद लिए बेटे अविनाश कुमार की शादी बिहटा के राघोपुर में पक्की की थी। अविनाश कुमार की शादी पक्की होने की बात से माधुरी देवी काफी नाराज थी। उसे इस बात का डर था कि चचेरे भाई की शादी होने के बाद जायदाद में हिस्सा नहीं मिल सकेगा।  कुछ दिन पूर्व शांति देवी ने साझी की एक प्रॉपर्टी बेच दी थी, जिससे उन्हें करीब 4 करोड़ रुपए मिले थे। लाल बहादुर की बेटी माधुरी देवी पैसों में अपना हिस्सा चाह रही थी। इस बात को लेकर चाची शांति देवी और भतीजी माधुरी देवी के बीच विवाद भी हुआ। माधुरी देवी का यह मानना था कि अविनाश कुमार गोद लिया बच्चा है, इसलिए वह पूरे प्रॉपर्टी का वारिस नहीं बन सकता है। माधुरी प्रॉपर्टी में अपना हिस्सा चाहती थी।

कमरे में बंद कर लगा दी आग

मगर चाची शांति देवी अपनी भतीजी को जायदाद में हिस्सा नहीं देना चाहती थी। गुस्से में आकर माधुरी देवी ने अपनी चाची शांति देवी और उनके गोद लिए बेटे अविनाश कुमार को गुरुवार 16 दिसंबर की अहले सुबह कमरे में बंद कर दिया और केरोसिन तेल डालकर आग लगा दी। घटना में माधुरी की बेटी सुधा कुमारी (16 वर्ष) ने भी मां का साथ दिया। आग की लपटें और जलने की बदबू से ग्रामीण मौके पर जुटे और महिला की पिटाई कर दी। इसी बीच किसी ने नौबतपुर थाने को मामले की सूचना दे दी। नौबतपुर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए माधुरी देवी और उसकी बेटी सुधा कुमारी लगभग 16 वर्ष को गिरफ्तार कर थाना ले आई है।

ग्रमीणों ने बताया कि माधुरी देवी के तीन बेटों में सोनू कुमार, मोनू कुमार और सनी कुमार ने भी अपनी मां का इस घटना में साथ दिया और घटना के बाद फरार हो गए। बताया जाता है कि चाची से जमीन का पैसा मांगने पहुंची भतीजी माधुरी देवी (32 वर्ष) को जब रुपए नहीं मिले तो उसने केरोसिन छिड़ककर चाची और उसके गोद लिए बेटे को जला कर मार डाला। आग लगने से बुजुर्ग महिला और 12 वर्षीय अविनाश बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान माधुरी ने उनको एक कमरे में बंद कर दिया। वहां उनकी जलकर मौत हो गई। कमरे में सिर्फ राख मिली।

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