Mohali Blast: पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस दफ्तर की बिल्डिंग पर रॉकेट से हमला, जानें पुलिस ने क्या कहा?

Mohali Blast : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक वीके भावरा से इस घटना की डिटेल रिपोर्ट मांगी है। मीडिया को आधे किलोमीटर दूर पर ही रोक दिया गया है। पुलिस किसी को भी बिल्डिंग के नजदीक नहीं जाने दे रही है।

Update: 2022-05-10 02:15 GMT

Mohali Blast : पंजाब के मोहाली स्थिति पुलिस के जिस सतर्कता यूनिट पर सरकार को खुफिया जानकारी देने का जिम्मा है उसी के हेडक्वाट्रर पर बीती रात आरपीजी अटैक ( RPG Attack) हुआ है। हालांकि, इस अटैक के किसी के मौत या घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन इस तरह की घटना नवगठित भगवंत सरकार के लिए शुभ संकेत नहीं है। फिलहाल, मोहाली (Mohali Blast) शहर को पूरी तरह सील कर दिया गया है।

पंजाब पुलिस ( Punjab Police ) की ओर से जारी ताजा अपडेट के मुताबिक पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया गया है। घटना में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। हमले के बाद बिल्डिंग के दूसरी फ्लोर के फ्रंट साइड में धमाका हुआ, जिसमें कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन शीशे जरूर टूट गए। बताया गया है कि ऐसे हथियार का इस्तेमाल अफगानिस्तान में तालीबानी या खुरासान के आतंकियों द्वारा किया जाता है।

मोहाली के पुलिस अधीचक रविंदरपाल संधू ने कहा कि आरपीजी से माइनर ब्लास्ट ( Mohali Blast ) की घटना सामने आई है। बाहर से इंटेलिजेंस की बिल्डिंग पर यह अटैक किया गया है। इसमें जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। रॉकेट टाइप फायर से यह धमाका किया गया है। आतंकी हमला या टेरर एंगल के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस लिहाज से भी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस घटना से पूरे पंजाब सरकार को पूरा अमला सकते में हैं और हड़कंप की सिथति हैं आइए, हम आपको बताते हैं कि आरपीजी है क्या, कौन करता है इसका इस्तेमाल और सुरक्षा के लिहाज से यह कितना घातक है।

Mohali Blast : आरपीजी क्या है?

दरअसल, रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से किसी भी टैंक, बख्तरबंद गाड़ी, हेलिकॉप्टर या विमान को उड़ाया जा सकता है। इसकी रेंज 700 मीटर होती है। रॉकेट से संचालित यह ग्रेनेड कंधे पर रखकर दागा जा सकता है। यह मिसाइल हथियार है जो विस्फोटक वारहेड से लैस रॉकेट लॉन्च करता है। ज्यादातर मामलों में आरपीजी को एक व्यक्ति द्वारा ले जाया जा सकता है। यानी इसे अकेले कोई शख्स ऑपरेट कर सकता है। इसका अक्सर इस्तेमाल टैंक विरोधी अभियानों के लिए किया जाता है। पिछले कुछ समय से अफगानिस्तान में तालिबान और टीटीपी खुरासान के आतंकियों द्वारा युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल करने के प्रमाण सामने आया हैं। ऐसे में इस बात की आशंका भी जताई जा रही है, तो मोहाली आरपीजी विस्फोट के पीछे कहीं तालिबानी आतंकियों का हाथ तो नहीं। अगर ऐसा है तो यह केवल पंजाब सरकार के लिए ही नहीं बल्कि देश की सुरक्षा के लिहाज से भी काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

QRT टीमें पहुंची मोहाली

आरपीजी विस्फोट ( Mohali Blast) के बाद मोहाली पुलिस ने एक आधिकारिक बयान जारी कर बताया है कि सोमवार रात करीब आठ बजे के आसपास सेक्टर 77 एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली थी। इसमें अभी तक कोई नुकसान की सूचना नहीं है। इसके बावजूद आरपीजी विस्फोट ने पंजाब सरकार को हिलाकर रख दिया है। मोहाली को पूरी तरह सील कर दिया गया है। घटना के बाद से पुलिस और सतर्कता एजेंसियों की और से सर्च अभियान जारी है। पंजाब पुलिस के साथ चंडीगढ़ पुलिस की क्विक एक्शन टीमें भी मोहाली पहुंचकर मदद कर रही हैं।

भगवंत मान ने डीजीपी से मांगी रिपोर्ट

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक वीके भावरा से इस घटना की डिटेल रिपोर्ट मांगी है। मीडिया को आधे किलोमीटर दूर पर ही रोक दिया गया है। पुलिस किसी को भी बिल्डिंग के नजदीक नहीं जाने दे रही है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर धमाके की घटना चौकाने वाली है। राहत की बात यह है कि किसी को चोट नहीं आई। हमारे पुलिस बल पर यह हमला बेहद चिंताजनक है। मैं, सीएम भगवंत मान से अपील करता हूं कि अपराधियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए। बता दें कि चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल के बाहर भी हाल ही में बम मिला था। बम मिलने की घटना के बाद से पूरे पंजाब में पुलिस समेत दूसरे विभागों की सरकारी बिल्डिगों में हाई अलर्ट कर दिया गया है।

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