अमानवीय : पंचों के फरमान के बाद युवक को लोगों ने जूते में पेशाब पिलाया, युवक का परिवार भी लापता
पंचों ने लड़के का पक्ष सुने बिना ही उसे दोषी करार दे दिया। युवक को पंचों ने जूते में पानी भरकर पिलाने के फरमान दिया और फिर कुछ लोगों ने युवक को जूतों में पानी और पेशाब भरकर पीने के लिए मजबूर किया।
जनज्वार ब्यूरो। राजस्थान के पाली जिले से एक बेहद ही अमानवीय घटना सामने आयी है जहां एक युवक को छेड़छाड़ की झूठी शिकायत के बाद जूते में पानी और पेशाब पिलाया गया। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, लेकिन युवक का परिवार भी गायब है। वहीं पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
खबरों के मुताबिक इस घटना में संलिप्त सभी पंच भी गायब हैं। पुरानी रंजिश को लेकर यह घटना बताई जा रही है। इस मामले पर पुलिस ने बताया कि पाली जिले के एक युवक की सिरोही के वीरपुर गांव के अन्य युवक से रंजिश है। इसका बदला लेने के लिए वीरपुर गांव के युवक ने प्लान बनाया। उसने पंचों से शिकायत की कि सुमेरपुर क्षेत्र का एक लड़का अपने गांव की युवती के साथ छेड़खानी करता है। इस पर पंचों ने बैठक बुलाई। कुछ लोग सुमेरपुर से आरोपी युवक को जबरन उठाकर ले आए।
इसके बाद जब बैठक हुई तो पंचों ने लड़के का पक्ष सुने बिना ही उसे दोषी करार दे दिया। युवक को पंचों ने जूते में पानी भरकर पिलाने के फरमान दिया और फिर कुछ लोगों ने युवक को जूतों में पानी और पेशाब भरकर पीने के लिए मजबूर किया।
वहीं इस घटना का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ प्रशासन में हड़कंप मच गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप और पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव ने सिरोही के पुलिस अधीक्षक से घटना की रिपोर्ट तलब की।
इसके बाद पुलिस टीम युवक की तलाश में उसके घर गई। वहां कोई नहीं मिला। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले परिवार के लोग कहीं चले गए हैं। मामले में ज्यादती करने वाले पंच भी गायब हैं। पुलिस दोनों पक्षों को तलाश कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच कर रहे हैं। पीड़ित पक्ष को तलाश रहे हैं, ताकि पूरा घटनाक्रम सामने आ सके।