जनज्वार इम्पैक्ट : प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक छोड़ेगी चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन

सामाजिक कार्यकर्ता मेघवंशी ने 'जनज्वार' पर अपने साप्ताहिक कार्यक्रम 'हाशिए के लोग' बताया था कि करीब 11,000 मजदूर अभी भी ईंट भट्टों में फंसे हुए हैं।

Update: 2020-06-07 10:07 GMT

जनज्वार ब्यूरो। सामाजिक कार्यककर्ता भंवर मेघवंशी ने 'जनज्वार' पर अपने साप्ताहिक कार्यक्रम 'हाशिए के लोग' में उन प्रवासी श्रमिकों की बात को प्रमुखता से उठाया था जो अभी तक भी अपने गांव और गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए हैं। मेघवंशी ने बताया था कि किस तरह से इन श्रमिकों की बात को शासन-प्रशासन के द्वारा नहीं सुना जा रहा है। उन्होंने यहां फसें ईंट भट्टा मजदूरों पर यह कार्यक्रम केंद्रित किया था। वहीं अब इसका ही असर देखने को मिला है। दरअसल अब इन मजदूरों को उनके गंतव्य तक छोड़ने के लिए चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलेगी।

बरों के मुताबिक, चौथी श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार को दोपहर तीन बजे भीलवाड़ा से रवाना होकर यूपी के बांदा और बिहार के भागलपुर के लिए रवाना होगी। इससे पहले भी तीन श्रमिक स्पेशल यूपी और बिहार के अलग-अलग शहरों में जा चुकी हैं। करीड़ साढ़ चार हजार श्रमिक भीलवाड़ा से यूपी, बिहार जा चुके हैं। अजमेर मंडल के डीआरएम नवीन परशुरामका ने कहा कि अब चौथी श्रमिक स्पेशल सोमवार को भीलवाड़ा से रवाना होगी।  

मेघवंशी ने अपने कार्यक्रम में भीलवाड़ा जिले के उस क्षेत्र के बारे में बताया था जहां लगभग दो सौ ईंट भट्टे हैं, इन ईंट भट्टों पर उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से आने वाले करीब 1500 मजदूर काम करते हैं, ये मजदूर यहां सितंबर के महीने में आते हैं और मई के महीने के अंत तक अपने अपने इलाकों में चले जाते हैं, उत्तर प्रदेश से जो श्रमिक आते हैं वो अधिकांश बांदा और चित्रकूट के रहने वाले हैं। इसी तरह से जो बिहार से आते हैं वो बांका, भागलपुर, गया और शेखपुरा जिलों से आते हैं।मेघवंशी ने बताया था कि करीब ग्यारह हजार मजदूर अभी भी ईंट भट्टों में फंसे हुए हैं। 

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