राजस्थान में सियासी संकट गहराया, पायलट का दावा सरकार अल्पमत में, कल की मीटिंग में नहीं होंगे शामिल!
राजस्थान में दो दिनों से चल रही सियासी उठापटक थमने का नाम नहीं ले रही है। अब उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दावा कर दिया है कि 30 विधायक उनके साथ हैं।
जनज्वार। राजस्थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 13 जुलाई को बुलाई गई बैठक में उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट शामिल नहीं होंगे। साथ ही उन्होंने दावा कर दिया है कि 30 विधायक उनके साथ हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीएम आवास पर हुई बैठक में 107 में से 75 विधायक के ही उपस्थिति की सूचना है। अब देर रात आगे की रणनीति तय होने की बात बताई जा रही है। यह संभावना भी जताई जा रही है कि कल की बैठक के लिए व्हिप जारी कर दिया जाय।
इधर सचिन पायलट ने दावा कर दिया है कि राज्य की गहलोत सरकार अल्पमत में है। पायलट के नजदीकियों के हवाले से जारी मीडिया रिपोर्ट्स में ये सभी दावे किए गए हैं। पायलट अभी दिल्ली में डटे हैं और चर्चा है कि उनके कई समर्थक विधायक भी वहीं हैं।
इस बीच कांग्रेस आलाकमान द्वारा इस समस्या को सुलझाने के लिए भेजे गए कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला, अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस प्रभारी व पार्टी महासचिव अविनाश पाण्डेय जयपुर पहुंच गए हैं। सूचना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर उनकी बैठक चल रही है।
इधर मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों की बैठक समाप्त हो गई है। बैठक के बाद बाहर निकले कांग्रेस विधायकों ने मीडिया से कहा है कि सरकार बिल्कुल सुरक्षित है और सरकार को पूर्ण बहुमत प्राप्त है। हालांकि ANI की रिपोर्ट के अनुसार मीटिंग में 107 में से 75 विधायक ही उपस्थित हुए हैं।
पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने मीडिया से कहा 'बीजेपी राजस्थान में अनिश्चितता की स्थिति बनाना चाहती है, पर इसमें सफल नहीं होगी। बीजेपी सरकार को अस्थिर करना चाहती है। सभी कांग्रेस विधायक हमारे संपर्क में हैं। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। सचिन पायलट से संपर्क करने की कोशिश की गई है, हमने उनके लिए सन्देश छोड़ा है। हर किसी को SOG का सहयोग करना चाहिए। किसी अनुसंधान में सहयोग करने में कोई परेशानी की बात नहीं।'
बताया जाता है कि SOG की नोटिस के बाद तनाव और बढ़ गया है। SOG ने मुख्यमंत्री गहलोत, उपमुख्यमंत्री पायलट और चीफ व्हिप को भी नोटिस जारी किया है। मुख्यमंत्री गहलोत ने भी सामने आकर इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नजदीकी विधायक 'एक व्यक्ति एक पद' की लगातार मांग कर रहे थे। यह भी पायलट खेमे को नागवार गुजरी है। चूंकि पायलट अभी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री दोनों पदों पर हैं।