राजस्थान: मॉब लिंचिंग का दौर फिर शुरू, गोतस्करी के शक में युवक को पीट-पीटकर मार डाला
बेगूं क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों पीड़ित एक वाहन में बैल लेकर जा रहे थे। कुछ स्थानीय लोगों ने उनपर गोवंश तस्करी का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया....
जनज्वार डेस्क। मॉब लिंचिंग के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले से आया है। जहां कुछ लोगों ने गोवंश लेकर मध्यप्रदेश जा रहे दो युवकों पर हमला कर दिया। इस हमले में एक युवक की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है। घटना रविवार 13 जून देर रात की है। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस ने इस सोमवार को कहा कि पीड़ित युवक बेगूं गांव से कृषि कार्य के लिए तीन बैल लेकर मध्य प्रदेश में अपने गांव जा रहे थे। 13-14 जून की मध्य रात्रि चित्तौड़गढ़ जिले के बिलखंडा चौराहे पर कुछ लोगों ने उनपर गोवंश तस्करी का आरोप लगाते हुए लाठियों से हमला कर दिया।
चित्तौड़गढ़ के पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के रहनेवाले बाबू भील व पिंटू भील इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में, 25 वर्षीय बाबू भील ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना के संबंध में सात-आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
बेगूं क्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों पीड़ित एक वाहन में बैल लेकर जा रहे थे। कुछ स्थानीय लोगों ने उनपर गोवंश तस्करी का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि घायल युवक ने बताया कि उसने बैल बेगूं गांव से खरीदे थे और खेती के काम के लिए अपने गांव लेकर जा रहे थे। हालांकि उसके पास कोई दस्तावेज नहीं थे और पुष्टि के लिए पशु कारोबारियों को बुलाया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) रविप्रकाश मेहरड़ा ने यहां बताया कि इस मामले में आरोपियों का पता लगाकर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। वहीं उदयपुर के पुलिस महानिरीक्षक व अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। चित्तौड़गढ़ पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है।