Shahabuddin News: शहाबुद्दीन के परिवार ने आरजेडी को गोपालगंज से हरवाया उपचुनाव - शहाबुद्दीन के करीबी विधायक ने किया सनसनीखेज दावा
Shahabuddin News: एक सप्ताह पूर्व बिहार विधानसभा के दो सीटों के आये उपचुनाव के परिणाम में गोपालगंज से भाजपा व मोकामा से आरजेडी को जीत मिली। इन परिणामों को लेकर दोनों दल समीक्षा में जुटे हैं।
जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट
Shahabuddin News: एक सप्ताह पूर्व बिहार विधानसभा के दो सीटों के आये उपचुनाव के परिणाम में गोपालगंज से भाजपा व मोकामा से आरजेडी को जीत मिली। इन परिणामों को लेकर दोनों दल समीक्षा में जुटे हैं। इस बीच गोपालगंज के परिणाम को लेकर आरजेडी के एक विधायक ने बिहार की राजनीति में बाहुबली सांसद के रूप में शुमार रहे मो.शहाबुद्दीन के पत्नी व बेटे को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इस बयान के बाद आरजेडी के अंदर भूचाल सी आ गई है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव का गोपालगंज गृह जनपद है। लिहाजा उप चुनाव में गोपालगंज की सीट तेजस्वी के लिए प्रतिष्ठा की सीट थी। हालांकि यहां राजद की प्रतिष्ठा बच नहीं सकी। जिसके नतीजे आखिरकार भाजपा के पक्ष में आने के बाद से राजद संगठन हार की समीक्षा में जुटा हुआ है। इस बीच राजद के सिवान जिले के रघुनाथपुर विधान सभा क्षेत्र के विधायक हरिशकर यादव ने एक बयान देकर पार्टी में भूचाल ला दिया है। गोपालगंज से आरजेडी की हार क्यों हुई इसके बारे में जिक्र करते हुए विधायक हरिशंकर यादव ने कहा है कि अगर ओसामा शहाब या हिना शहाब गोपालगंज जाकर एक बार बोल देते कि आरजेडी को वोट दे दीजिए तो 25 हजार से ज्यादा वोट से राष्ट्रीय जनता दल का प्रत्याशी चुनाव जीत जाता। हिना शहाब और ओसामा के नहीं पूछने के कारण आरजेडी की हार हुई है।
विधानसभा के उप चुनाव में राजद नेतृत्व ने अपने विधायकों को जिम्मेदारी दे रखी थी। आरजेडी विधायक हरिशंकर यादव ने कहा कि गोपालगंज में एक पंचायत उनके जिम्मे था। वह बाइक पर पंचायत में घूमे। सब बच्चा वहां भी चाचा चाचा बोलते हैं। सभी लोग के साथ घूमा लेकिन ओसामा और हिना शहाब की कमी देखने को मिली। हरिशंकर यादव ने कहा कि हमने कहा था, मैडम और ओसामा नहीं आएंगे तो हम लोग गोपालगंज चुनाव हार जाएंगे।
महागठबंधन नहीं समेट सका अपना पारंपरिक वोट
चुनाव परिणाम का विश्लेषण करें तो गोपालगंज उपचुनाव 2022 में आरजेडी के प्रत्याशी मोहन गुप्ता की हार व बीजपी की प्रत्याशी और पूर्व दिवंगत मंत्री सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी की जीत हुई। भारतीय जनता पार्टी की कुसुम देवी को 70,053 वोट मिले। जबकि राष्ट्रीय जनता दल के मोहन प्रसाद गुप्ता 68,259 वोट हासिल हुआ। ऐसे में 1794 मतों के अंतर से राजद को हार का सामना करना पड़ा है। यह कहा जा रहा है कि महागठबंधन अपने पारंपरिक वोटों को यहां समेट नहीं पाया। मो. आवैशी की पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवार अब्दुल सलाम ने 12,214 वोट मिला है। जबकि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की रिश्ते में मामी इंदिरा यादव ने बसपा उम्मीदवार के रूप में 8,854 मत हासिल की है।
एआईएमआइएम बना हार का फैक्टर
गोपालगंज उप चुनाव में दिवंगत पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा शहाब ने दूरी बनाकर रखी थी। इसको लेकर ऐसी चर्चा है कि हिना शहाब ने गोपालगंज उप चुनाव में आरजेडी को वोट नहीं देने के लिए अंदर ही अंदर अपील की थी। वोटों के प्रतिशत पर नजर दौड़ाये ंतो भाजपा ने 41.6 प्रतिशत मत पाकर जीत हासिल की है। जबकि राजद का यह प्रतिशत का अंतर नाम मात्र का रहा है, वहीं आवैसी की पार्टी के उम्मीदवार को 7.25 प्रतिशत मत मिला है। ये अधिकांश वोट राजद जनाधार के मुस्लिमों का ही है। जिसे राजद के पक्ष में वोट कराने के बजाय यह आरोप है कि मो. शहाबुद्दीन की पत्नी व बेटे ने एआईएमआइएम के पक्ष में मतदान की अपील की थी। यह बात राजद विधायक हरिशंकर यादव ने एक चैनल को दिए इण्टरव्यू में कह कर आरोपों को और पुष्ट कर दिया है।
कभी शहाबुद्दीन को भगवान व उनके पैडम को कहते थे मालिक
विधायक हरिशंकर यादव ने बाहुबली सांसद मो. शहाबुद्दीन के निधन के बाद एक बयान में कहा था कि अगर सांसद की पत्नी हीना शहाब अगर कहें तो हम उनके लिए सीट अपनी खाली कर देंगे। उस दौरान राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र उर्फ गब्बर यादव की ओर से मांगे गए इस्तीफे पर आजेडी विधायक हरिशंकर यादव ने कहा "हिना मैडम हमारी मालिक हैं, अभी बोलेंगी कि इस्तीफा दे दीजिए तो अभी दे देंगे. ये गब्बर-सब्बर कौन होते हैं इस्तीफा मांगने वाले, जो चार दिन पहले बीजेपी से आए हैं।" उस दौरान रविंद्र उर्फ गब्बर यादव आरजेडी के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। उन्होंने पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन के निधन के बाद उनके परिवार को सहानुभूति के रूप में रघुनाथपुर से आरजेडी के विधायक हरिशंकर यादव से इस्तीफा मांगा था। इसी पर विधायक हरिशंकर यादव ने यह जवाब दिया। यह कहा जाता है कि विधायक हरिशंकर यादव पूर्व सांसद दिवंगत शहाबुद्दीन को अपना भगवान मानते थे। वह हमेशा उनके साथ सुख-दुख में खड़े रहते थे। शहाबुद्दीन ने ही हरिशंकर यादव को विधायक बनवाया था। दूसरी बार फिर हरिशंकर यादव विधायक बने हैं तो ये भी शहाबुद्दीन के परिवार की देन है।
अपराध से राजनीति में शहाबुद्दीन ने रखा था कदम
मुस्लिम यादव समीकरण को साधने के लिए तकरीबन दो दशक तक बिहार की राजनीति में बाहुबली मो.शहाबुद्दीन राजद के लिए प्रमुख चेहरा रहे। जिसके चलते अपराध से राजनीति की राह चले मो. शहाबुद्दीन की बड़ी राजनीतिक पहचान इस कदर थी कि सीवान,गोपालगंज,छपरा जिले के एमएलए उम्मीदवारों का नाम तय करने में उनका मोहर लगना लगभग अनिवार्य था। यहां तक की सीवान जिले के पार्टी संगठन से लेकर प्रतिनिधियों का चयन तक वे स्वयं करते थे। हालांकि शहाबुद्दीन के निधन के बाद से ही यह अटकलें लगने लगी थी, कि अगला राजनीतिक राह क्या होगा। इसको लेकर शहाबुद्दीन की पत्नी व बेटों के तरफ से कभी राजद के खिलाफ बयान तो नहीं आया, पर उनके समर्थकों की राजद से दूरी के चलते यह कयास लगते रहे हैं कि राजद के रार चल रहा है। इस बीच हरिशंकर यादव के उप चुनाव को लेकर शहाबुद्दीन परिवार के उपर की गई टिप्पणी को लेकर आगे अभी चर्चा बने रहने की उम्मीद है। देखना यह है कि शहाबुद्दीन की राजनीतिक विरासत को संभालने निकले उनके बेटे का अगला कदम क्या होगा।