बैंक हड़ताल: राहुल गांधी बोले PM का एक ही कायदा, देश फूँककर मित्रों का फायदा
नौ यूनियनों के सम्मिलित संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन ने एक बयान में दावा किया है कि बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में भाग लेंगे।
जनज्वार ब्यूरो। बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी संगठनों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल चल रही है। कर्मचारियों के इस कदम के सोमवार और मंगलवार को देशभर में बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ सकता है। इस हड़ताल के चलते जमा और निकासी, चेक क्लीयरेंस और ऋण स्वीकृति जैसी सेवाओं प्रभावित हो सकती हैं।
नौ यूनियनों के सम्मिलित संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन ने एक बयान में दावा किया है कि बैंकों के लगभग 10 लाख कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल में भाग लेंगे। एसबीआई समेत कई सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि यदि हड़ताल होती है, तो उनका सामान्य कामकाज शाखाओं और कार्यालयों में प्रभावित हो सकता है।
बैंकों ने यह भी बताया कि वे बैंक शाखाओं और कार्यालयों के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं। पिछले महीने पेश किये गये केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के तहत अगले वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी।
वहीं सोशल मीडिया पर भी इस दो दिवसीय हड़ताल को जमकर समर्थन मिल है। इस समय ट्विटर BANK_STRIKE टॉप ट्रेंड हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स क्या लिख रहे हैं उससे पहले जानते हैं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने क्या कहा। राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा- केंद्र सरकार की दोनों हाथों से दिनदहाड़े लूट- 1. गैस-डीज़ल-पेट्रोल पर ज़बरदस्त टैक्स वसूली। 2. मित्रों को PSU-PSB बेचकर जनता से हिस्सेदारी, रोज़गार व सुविधाएँ छीनना। PM का एक ही क़ायदा, देश फूँककर मित्रों का फ़ायदा।
बैंक हड़ताल को लेकर ट्विटर पर यूजर्स क्या लिख रहे हैं, नीचे पढ़िए-