Kanpur Bus Accident: हादसा नहीं जानबूझकर लोगों को बस से रौंदा था, जेल जाने से पहले ड्राइवर ने कबूला सच
Kanpur Bus Accident: कुछ लोगों ने रास्ते मे रोककर उसकी पिटाई की थी, जिसके बाद उसके भीतर आक्रोश भर गया और फिर उसने क्रूरता भरी हरकत को अंजाम दे दिया....
Kanpur Bus Accident: कानपुर में 6 जिंदगियां खत्म करने वाला ई-बस ड्राइवर जेल जाने से पहले बड़ा रहस्य खोल गया। उसने पुलिस को बताया कि उसने जान बूझकर लोगों को बस से रौंद दिया। इसका कारण पूछने पर उसने बताया कि कुछ लोगों ने रास्ते मे रोककर उसकी पिटाई की थी, जिसके बाद उसके भीतर आक्रोश भर गया और फिर उसने क्रूरता भरी हरकत को अंजाम दे दिया। शराब के नशे में उसने 15 लोगों को रौंद दिया जिसमें 6 लोगों की ऑनस्पॉट मौत हो गई थी।
ड्राइवर सतेंद्र ने बताया कि शराब के नशे में उसे समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है? आखिर में जब बस टकराकर रुकी तब उसे यह अहसास हुआ कि कई लोग कुचल गए हैं। उसने कहा कि वह बहुत गुस्से में था इसलिए लोगों को रौंदता हुआ निकल गया। पकड़े जाने के डर से वह भाग गया था।
बताया जा रहा है कि जब ड्राइवर सतेंद्र रामादेवी से घंटाघर की तरफ रवाना हुआ था तभी वह भयंकर नशे में था। गलत तरह से रफ्तार में बस चलाई तो कई यात्री उतर गए। इसी दौरान कुछ लोगों ने पीछा कर बस रुकवाई और गालियां देते हुए उसकी पिटाई भी की गई थी। जिसका कल वीडियो भी वायरल हुआ था। इस घटना के दस से पंद्रह मिनट बाद सतेंद्र ने हादसा कर डाला।
पुलिस की पूछताछ में सतेंद्र ने कहा कि वह पर डे शराब पीता है। कई दफा उसने शराब के नशे में बस चलाई। लेकिन तब कभी ऐसा नहीं हुआ। लेकिन उस रात शराब की मात्रा ज्यादा हो गई थी। जिसके चलते कुछ समझ नहीं आ रहा था। चूंकि ड्यूटी करनी थी। इसलिए बस लेकर चला गया। उसने कई बार बस में बैठकर भी शराब पी थी।
कंडक्टर ने किया था विरोध
कंडक्टर आलोक ड्राइवर सतेंद्र के शराब पीने का लगातार विरोध करता था। लेकिन उसकी न तो सतेंद्र सुनता था और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी। अपनी मजबूरी में वह सतेंद्र के साथ काम करने और नौकरी करने पर मजबूर रहा। यही वजह रही कि उस रात तमाम यात्रियों के साथ कंडक्टर आलोक भी बस से उतर गया था।
भेजा गया जेल
पुलिस ने बस चालक सतेंद्र सिंह यादव पर हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर हिरासत में लिया था। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। इस मामले में अब एसआईटी भी उतर आई है। उसने सबूत भी जुटाने शुरु किये हैं। इसके साथ ही बस कम्पनी के कर्मचारी व अफसर भी रडार पर हैं। एसआईटी घटना के पीछे उनकी लापरवाही की भी जांच कर रही है। जिसके चलते इनसे पूछताछ भी शुरु कर दी गई है।
मृतकों को मिला मुआवजा
कानपुर बस हादसे में मारे गए सभी मृतक आश्रितों को एडीएम सिटी अतुल कुमार ने पांच-पांच लाख रुपये के चेक सौंपे हैं। मुआवजे की चेक हाथ मे आते ही मृतक आश्रितों की आंखों से आंसुओं की धार भ निकली। मृतकों में सिर्फ शुक्लागंज के एक मृतक आश्रित को चेक नहीं मिल सकी है।