यूपी के सबसे बड़े विपक्ष का हाल: अखिलेश नहीं सपा प्रतिनिधिमंडल आज जाएगा हाथरस, रही बात मायावती की तो वह जाने से रहीं
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश के सबसे बड़े संकट में कहाँ हैं जनता को नहीं पता? कल खबर आई थी कि सपा अध्यक्ष लन्दन से दिल्ली लैंड होते ही हाथरस कुछ करेंगे, लेकिन फिर खबर आई अखिलेश हाथरस नहीं जायेंगे. क्या अखिलेश ऐसा करके प्रदेश के सवर्णों को खुश करना चाह रहे है?
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश के सबसे बड़े संकट में कहाँ हैं जनता को नहीं पता? कल खबर आई थी कि सपा अध्यक्ष लन्दन से दिल्ली लैंड होते ही हाथरस कुछ करेंगे, लेकिन फिर खबर आई अखिलेश हाथरस नहीं जायेंगे. क्या अखिलेश ऐसा करके प्रदेश के सवर्णों को खुश करना चाह रहे है?
वजह जो भी हो अब सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) हाथरस नहीं जायेंगे, उनके के निर्देश पर अब सपा का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज हाथरस जाएगा और पीड़िता के परिवार से मुलाकात करेगा. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूपी सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल कर रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल में रामजी लाल सुमन, धर्मेन्द्र यादव, अक्षय यादव, जुगल किशोर वाल्मिकी, जसवंत यादव, उदयवीर सिंह, संजय लाठर, अतुल प्रधान, राम करण निर्मल, राम गोपाल बघेल शामिल हैं.
प्रतिनिधिमंडल सुबह 11 बजे पहुंचेगा. प्रतिनिधिमंडल अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को सौंपेगा. इससे पहले गुरुवार को सपा का एक प्रतिनिधिमंडल हाथरस गया था. इस प्रतिनिधिमंडल को पीड़ित परिवार तक नहीं जाने दिया गया था. वहीं हाथरस मामले में बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी.
इस मामले में पीड़िता के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसे यूपी के सीएम ने मान लिया है. योगी आदित्यनाथ सरकार ने हाथरस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है. इससे पहले यूपी के डीजीपी और गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात की थी और उनसे उनकी शिकायतें और मांगें सुनीं. परिवार से मुलाकात के बाद अधिकारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने पीड़ित परिवार की सारी मांगों को रखा, जिसके बाद ही यूपी के सीएम ने देर रात सीबीआई जांच के आदेश दे दिए.
पीड़ित परिवार से मिले राहुल-प्रियंका
बता दें कि जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर रहे थे उस वक्त उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की CBI जांच के आदेश दिए थे. पीड़िता के परिवार से मुलाकात के दौरान राहुल और प्रियंका ने करीब एक घंटे तक बातचीत की और उनसे उनका दर्द बांटा. मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, "हम इस दुख में पीड़ित परिवार के साथ हैं. सरकार इन्हें डरा रही है, धमका रही है. इन्हें सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है. सुरक्षा देने में यूपी सरकार फेल रही है. इन्हें धमका कर कागजों पर दस्तखत करवाए गए हैं.''