मेरठ के IPS अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर एंटी करप्शन एक्ट के तहत हुई FIR दर्ज

एफआइआर के बाद दोनों अफसरों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई तो होगी ही साथ ही गिरफ्तारी की भी संभावना बनी हुई है। आइपीएस अजयपाल शर्मा का विवादों से पुराना नाता रहा है...

Update: 2020-09-23 05:18 GMT

आइपीएस हिमांशु कुमार व अजयपाल शर्मा।

जनज्वार। भ्रष्टाचार के आरोप में उत्तरप्रदेश के मेरठ के दो आइपीएस अधिकारियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। आइपीएस अधिकारी अजयपाल शर्मा व हिमांशु कुमार के खिलाफ निगरानी ब्यूरो के मेरठ सेक्टर ने एफआइआर दर्ज कराया है। इन पर सरकारी अधिकारियों को भ्रष्टाचार के लिए प्रेरित करने का आरोप है। इन दोनों आइपीएस के खिलाफ के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी एक्ट की धारा 8 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

आइपीएस अजयपाल शर्मा व हिमांशु कुमार के साथ एफआइआर में कथित पत्रकार चंदन राय, स्वपनिल राय और अतुल शुक्ला का नाम शामिल है।

प्राथमिकी के बाद इन दोनों आइपीएस को जल्द ही निलंबन करने पर फैसला लिया जा सकता है और इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।

विजिलेंस डायरेक्टरेट के निर्देशन में उनके खिलाफ तैयार रिपोर्ट में दोनों अधिकारियों पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। इस वजह से से सरकार के नियमों के तहत उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश कर दी गई है।

क्या है पूरा मामला?

आइपीएस अजयपाल शर्मा और हिमांशु कुमार पर नोएडा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने अपराधियों से साठगांठ करने व भ्रष्टाचार सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए थे। उनके आरोपों पर इनके जांच का आदेश दिया गया और विजिलेंस के नेतृत्व में इसके लिए एसआइटी गठित की गई। इसके बाद दिसंबर 2019 में एसआइटी की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार की ओर से विलिजेंस को इस मामले की जांच सौंप दी गई। रिपोर्ट में उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

आइपीएस अजयपाल शर्मा पर अपराधियों से साठगांध रखने और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उन पर एक महिला ने भी आरोप लगाया है। आइपीएस हिमांशु कुमार पर ट्रांसफर पोस्टिंग में भ्रष्टाचार करने का आरोप है। संभावना है कि अजयपाल शर्मा के आवाज का नमूना भी जांच के लिए लिया जाए।

जानिए आइपीएस अजयपाल शर्मा के बारे में?

अजयपाल शर्मा ने पुलिस में अपनी पहचान एक तेज-तर्रार अधिकारी के रूप में बनायी थी। उन्हें एनकाउंटर एक्सपर्ट के रूप में भी जाना जाता था। लेकिन, विवादों से भी उतना ही गहरा उनका नाता रहा है। उन जेल में बंद गैंगस्टर अनिल भाटी से वाट्सएप चैटिंग के जरिए बाचतीत करने का आरोप है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पोस्टिंग के लिए कथित पत्रकार एवं उसके साथी से 80 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर भी बातचीत की।

एसआइटी ने उनके नौ रिकार्डिंग की जांच की है। इसमें दो कथित पत्रकार चंदन राय के साथ अजयपाल शर्मा की बातचीत की हैं। तीसरा आडियो चंदन राय व स्वपनिल राय की बातचीत का व एक और आडियो चंदन राय व अतुल शुक्ला के बीच बातचीत का है। कहा जा रहा है कि अजयपाल अपनी पोस्टिंग मेरठ में कराना चाहते थे और इसी को लेकर 80 लाख रुपये देने की पेशकश की जा रही थी।

दीप्ति शर्मा नाम की एक महिला ने खुद को अजयपाल शर्मा की पत्नी बताते हुए उनके खिलाफ लखनऊ के हजरगंज थाने में मामला दर्ज कराया था। पेशे से पकील दीप्ति शर्मा ने अपने आरोप में कहा था कि अजयपाल शर्मा ने उन्हें परेशान करने के लिए उन पर कई मामले दर्ज कराए हैं। दीप्ति का दावा है कि 2016 में उनकी व अजयपाल शर्मा की शादी गाजियाबाद में रजिस्टर्ड हुई थी।

जानकारी के अनुसार, अजयपाल शर्मा ने दीप्ति शर्मा पर बुलंदशहर व रामपुर में एक दो मामले दर्ज कराए थे। दीप्ति के खिलाफ मुकदमों को लेकर आडियो होने की बातें मीडिया रिपोर्ट में कही गई है।

आइपीएस वैभव कृष्ण ने क्या आरोप दोनों पर लगाए थे?

आइपीएस वैभव कृष्ण ने डीजीपी को पत्र लिख कर आइपीएस अजयपाल शर्मा व हिमांशु कुमार पर साजिश रच कर खुद को फंसाने का आरोप लगाया था। उन्होंने पत्र में मनचाही पोस्टिंग के नाम पर दोनों द्वारा धन उगाही करने का भी आरोप लगाया था।

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