Pilibhit News: Omicron के बढ़ते खतरे को लेकर Varun Gandhi चिंतित, डॉक्टरों और अफसरों से की वर्चुअल मीटिंग
Pilibhit News: भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता पीलीभीत के लोकसभा सदस्य वरुण गांधी (Varun Gandhi) कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर बेहद गंभीर है।
पीलीभीत से निर्मल कांत शुक्ल की रिपोर्ट
Pilibhit News: भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता पीलीभीत के लोकसभा सदस्य वरुण गांधी (Varun Gandhi) कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) को लेकर बेहद गंभीर है। वरुण ने कोविड के डेल्टा वेरिएंट के बाद अब ओमीक्रोन पर चिंता जाहिर करते हुए शनिवार (Saturday) को दिल्ली से प्रमुख चिकित्सकों तथा चिकित्साधिकारियों (Medical Officers) के साथ एक वर्चुअल मीटिंग (Vertual Meeting) की, जिसमें ओमीक्रोन के ख़तरे पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मीटिंग में मौजूद वरिष्ठ चिकित्सकों की बचाव और सतर्कता पर राय जानी। साथ ही सांसद ने अपने सुझाव व दिशा निर्देश भी दिए।
Even in the promise of the new year, the threat of #Omicron looms large.
— Varun Gandhi (@varungandhi80) January 1, 2022
I start the year conducting a meeting with all district health officers, trying to secure the health preparedness of Pilibhit in a time bound manner.
May I request all other lawmakers to do the same ASAP. pic.twitter.com/wXY3RpsU1K
वर्चुअल मीटिंग में सांसद ने कहा कि बच्चों को लेकर हमें ज़्यादा सतर्कता बरतनी होगी। अगर कोई बच्चा इस वायरस से संक्रमित होता है, तो उसे तत्काल एडमिट कर तुरंत विशेष सुविधाएं दी जानी चाहिए, जिससे कि वह शीघ्र संक्रमण से बाहर निकल सके। जिन ग्रामसभाओं में टीकाकरण की कमी रह गयी है, वहाँ शीघ्र कैम्प लगाकर शतप्रतिशत टीकाकरण कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी महामारी से निपटने के लिए अस्पतालों में पर्याप्त सुविधाएं होना ज़रूरी है। सीएचसी और पीएचसी में भी सुविधाएं अवश्य होना चाहिए। अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन का होना बहुत आवश्यक है। क्षमता से अधिक केस आ जाने पर अपग्रेड करने की व्यवस्था तुरंत होनी चाहिए।
सांसद ने कहा कि निगरानी समितियों की स्थिति तत्काल सुधारने, उन्हें बहाल करने तथा आवश्यक होने पर उनका नए सिरे से गठन करने पर तत्काल काम होना चाहिए। उन्होंने टेस्टिंग बढ़ाने पर ज़ोर दिया। वरुण ने कहा कि संक्रमण का पता चलते ही संक्रमित व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट हो जाना चाहिए ताकि अन्य लोगों में संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
उन्होंने शीघ्र इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी करने के भी निर्देश दिए। टेलीमेडिसिन के रूप में ओपीडी शुरू करने पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि इससे मरीज़ बिना अस्पताल जाए ही दवा हासिल कर सकता है। इसमें प्राइवेट चिकित्सा विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 18 साल से ऊपर के लोगों में, जिनको वैक्सिनेशन का पहला टीका लग चुका है, उनको दूसरी डोज़ भी समय पर दिया जाना चाहिए। वर्चुअल मीटिंग में कोरोना की तरह ओमीक्रोन बीमारी के संबंध में भी लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया का सहयोग लेने पर भी चर्चा हुई।
सांसद वरुण गांधी ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए दवाइयों आदि ज़रूरी चीजों की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर पूर्व की भांति हर सहयोग के लिए वह हमेशा तैयार हैं, किसी वक़्त भी उनसे संपर्क किया जा सकता है। सांसद ने शनिवार को इस पर ट्वीट भी किया।
इन अफसरों व डॉक्टरों की रही उपस्थिति
सांसद वरुण गांधी के साथ वर्चुअल मीटिंग में सीडीओ प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ. आलोक कुमार शर्मा, सीएमएस डॉ. रतनपाल सुमन, सीएमएस महिला डॉ. अनीता चौरसिया, डॉ. लोकेश कुमार, डॉ. विनय कुमार, डॉ. अज़ीज़ हसन अंसारी, डॉ एसके सिंह, डॉ. ठाकुरदास, डॉ. श्रीराम, डॉ. चंद्रकुमार, डॉ. आरके सिंह, डॉ. दीपक गंगवार, डॉ. पीडी सिंह, डॉ. सीबी चौरसिया आदि मौजूद रहे।