UP Board Exam 2022: यूपी में शुरू हुई बोर्ड परीक्षा, सोशल मीडिया पर पेपर लीक की चर्चा करनेवालों को अब जेल
UP Board Exam 2022: पेपर लीक से पिछले पांच वर्ष तक जलालत झेलती रही योगी सरकार ने अपने पार्ट टू कार्यकाल शुरू करने के पहले ही इसका एक नायाब तरीका ढूढ लिया है।
UP Board Exam 2022: पेपर लीक से पिछले पांच वर्ष तक जलालत झेलती रही योगी सरकार ने अपने पार्ट टू कार्यकाल शुरू करने के पहले ही इसका एक नायाब तरीका ढूढ लिया है। जिसकी शुरूआत 24 मार्च से यूपी बोर्ड की परीक्षा से की गई है। परीक्षा के समय पेपर लीक होने या हल प्रश्न पत्र या अन्य संबंधित सूचना सोशल मीडिया पर वायरल करनेवालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। शासन की दलील है कि इस निर्णय के पीछे पेपर लीक होने की झूठी खबरें व चर्चा करने पर लगाम लग सकेगा। दूसरी तरफ इस फैसले को पेपर लीक होने जैसी खबरों के प्रसारण से सरकार की होती रही किरकिरी पर विराम लगाने की कोशिश है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) की आज 24 मार्च, 2022 से यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई है। यूपी बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में दो शिफ्ट में आयोजित की जा रही हैं। पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से 11ः15 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 से शाम 5ः15 बजे तक। ऑफलाइन मोड में आयोजित की जा रही परीक्षाओं के दौरान कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का ध्याने का निर्देश दिया गया है। यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा 24 मार्च से 12 अप्रैल 2022 तक और 12वीं की परीक्षा 24 मार्च से 20 अप्रैल 2022 तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा को देखते हुए राज्य में 8000 से ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाये गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव द्वारा समाचार पत्रों में दो दिन पूर्व सार्वजनिक सूचना प्रकाशित की गई थी। जिसमें कहा गया है कि बोर्ड की परीक्षा में किसी विषय की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उस विषय का कोई प्रश्न पत्र या उसका हल वाटसएप या अन्य सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया जाता है तो ऐसा कृत्य उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम -1998 की धारा -4ध्10 के अंतर्गत दंडनीय,संज्ञेय एवं गैर जमानती अपराध है। किसी के मोबाइल या अन्य उपकरण पर या इसके द्वारा ऐसा कृत्य पाये जाने पर कठोरतम कार्रवाई की जायेगी। साथ ही यह भी कहा गया है कि यदि कोई इस प्रकार के कृत्य की सूचना जनहित में अपर मुख्य सचिव,माध्यमिक शिक्षा,जिला मजिस्टेट,पुलिस कमिश्नर,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,पुलिस अधीक्षक सभापति,सचिव, माध्यमिक शिक्षा परिषद अथवा जिला विद्यालय निरीक्षक को देता है तो वह इस धारा से आच्छादित नहीं होगा।
इस बीच यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने डिविजनल कमीश्नर्स, पुलिस महानिरीक्षक, डीएम, एसएसपी, एसपी समेत अन्य सीनियर अधिकारियों को परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। छात्र परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने के लिए विशेष बसों की सुविधा का भी उपयोग करने के लिए अपने एडमिट कार्ड 2022 का इस्तेमाल कर सकते हैं। परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक घंटे पहले परीक्षा हॉल में पहुंचने की कोशिश करें। यूपीएमएसपी 10वीं और 12वीं एडमिट कार्ड के बिना, किसी भी छात्र को परीक्षा हॉल में एंट्री नहीं दी जाएगी, इसलिए अन्य डॉक्यूमेट्स के साथ एडमिट कार्ड साथ लेकर निकलें। छात्रों को कोविड-19 सुरक्षा नियमों का पालन करना होगा। जिसमें मास्क पहनना, सैनिटाइजर का उपयोग करना और सामाजिक दूरी बनाए रखना शामिल है। परीक्षा केंद्रों के अंदर मोबाइल फोन, टैबलेट आदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स ले जाने की मनाही है, पकड़े जाने पर दंडित किया जा सकता है।
बता दें कि कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा में बैठने के लिए कुल 51,92,689 छात्रों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें हाई स्कूल परीक्षा के लिए कुल 27,81,654 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिसमें 15,53,198 लड़के और 12,28,456 लड़कियां हैं। वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए कुल 24,11,035 छात्र शामिल होंगे, जिनमें 13,24,200 लड़के और 10,86,835 लड़कियां हैं।
पांच वर्षों में लगातार पेपर लीक की आती रही खबरें
उत्तर प्रदेश में 28 नवंबर 2021 को यूपीटीईटी का पेपर होनेवाला था। पेपर लीक हो जाने के बाद तब इसे रद्द कर दिया गया, राज्य में पेपर लीक होने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इसे पहले भी राज्य के लाखों अभ्यर्थियों इन सब परेशानियों से गुजरना पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले पांच सालों में पेपर लीक हो जाने के कारण करीब 83 लाख अभ्यर्थियों को परेशान होना पड़ा। पेपर लीक होने के मामले आधा दर्जन से अधिक परीक्षाओं में देखने को मिला।
2017 में दारोगा भर्ती
25 जुलाई 2017 को यूपी पुलिस में दारोगा के 3307 पदों पर भर्ती के लिए एग्जाम होना था। करीब 1.20 लाख अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया, एग्जाम के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए। अभ्यर्थी एग्जाम देने से पहले एग्जाम सेंटर पहुंचे, जहां उन्हें बताया गया कि पेपर लीक हो जाने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई है।
2018 में यूपीपीसीएल परीक्षा
मार्च 2018 में उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड ( यूपीपीसीएल) के 2849 पदों पर भर्तियां की जानी थीं। एप्लीकेशन फॉर्म भरे गए, एडमिट कार्ड भी जारी हुआ। अभ्यर्थी ऑनलाइन एग्जाम देने के लिए सेंटर तक पहुंचे। लेकिन एग्जाम से पहले ही पेपर लीक की खबर ने अभ्यर्थियों को टूटे दिल के साथ घर जाने पर मजबूर कर दिया। एसटीएफ की जांच में सामने आई गड़बड़ी के बाद पेपर रद्द कर दिया गया। जिसके बाद से अभी तक आगे परीक्षा नहीं हो पाई है।
यूपीएसएसएससी लोअर सबॉर्डिनेट एग्जाम
सितंबर 2016 के दौरान अखिलेश सरकार में यूपीएसएसएससी द्वारा लोअर सबऑर्डिनेट के 641 पदों पर भर्तियां निकाली गईं। करीब 67 हजार अभ्यर्थियों ने एग्जाम फॉर्म भरा, सरकार बदल गई और करीब 2 साल बाद एग्जाम डेट आई। 15 जुलाई 2018 को करीब 31 हजार अभ्यर्थियों ने पेपर दिया, लेकिन ये भी लीक हो जाने के कारण रद्द करना पड़ गया।
यूपीएसएसएससी ट्यूबवेल ऑपरेटर परीक्षा
सितंबर 2018 में 3210 पदों पर भर्ती के लिए करीब 20 लाख अभ्यर्थियों ने एप्लीकेशन फॉर्म डाले थे। लेकिन एग्जाम के पहले ही पेपर लीक का मामला सामने आया और परीक्षा को स्थगित करना पड़ गया।
यूपी आरक्षी नागरिक पुलिस
18 और 19 जून 2018 को यूपी आरक्षी नागरिक पुलिस के कई पदों पर भर्ती परीक्षा होनी थी। करीब 10 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरे, दो शिफ्ट में पेपर होना था। पेपर शुरू भी हो गया, लेकिन शुरू होते ही पता चला कि पहली शिफ्ट के अभ्यर्थियों को दूसरी शिफ्ट का पेपर दे दिया गया है। पेपर लीक नहीं, यहां तो पर्चा ही गलत बांटा गया, एग्जाम को अगली तारीख आने तक के लिए रद्द कर दिया गया।
2018 में ग्राम विकास अधिकारी की भर्ती
मई 2018 में ग्राम विकास अधिकारी के 1953 पदों पर भर्तियां निकाली गईं, करीब 9.10 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा फॉर्म भरे। दिसंबर 2018 में परीक्षा हुई, अगस्त 2019 में रिजल्ट भी जारी हो गया। लेकिन डेढ़ साल बाद पता चला कि रिजल्ट में हुई धांधली के कारण भर्ती को ही रद्द किया जाता है।
69000 शिक्षकों के पदों पर भर्ती में गड़बड़़ी
दिसंबर 2018 में 69000 शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया। 5 जनवरी 2019 को परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक होने की खबरें सामने आईं। 6 जनवरी को परीक्षा कराई गई। 7 जनवरी से ही अभ्यर्थियों ने पेपर लीक होने की खबरों के चलते विरोध करना शुरू कर दिया। इस मामले में एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू करते हुए 28 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मामला चल ही रहा था कि 12 मई 2020 को रिजल्ट जारी कर दिया गया। टॉपर्स को 150 में से 145 नबंर तक मिल गए, वो भी ऐसे जिन्हें राष्ट्रपति का नाम तक याद नहीं। उनकी 10वीं-12वीं की मार्कशीट इंटरनेट पर वायरल होने लगी।
यूपीएसएसएससी पैट परीक्षा
6 अगस्त 2021 को करीब 20.73 लाख अभ्यर्थी यूपीएसएसएससी द्वारा आयोजित पैट का एग्जाम देने पहुंचे। 70,000 सीसीटीवी की निगरानी में हो रहा पेपर शुरू होने से पहले ही आउट हो गया और परीक्षा को रद्द करना पड़ा।