यूपी उपचुनाव : 7 सीटों पर पड़े वोटों का ये है प्रतिशत, भाजपा की फंसी प्रतिष्ठा तो कांग्रेस को मिलेगी बढ़त

इस उपचुनाव में पार्टी और प्रत्याशी की जीत का प्रतिशत बेशक तौर पर 2022 विधानसभा चुनाव की स्थिति साफ करेगा, फिलहाल 10 नवंबर को पता चलेगा कि किस पार्टी ने उपचुनाव में अधिक सीटें जीतकर बाजी मारी है....

Update: 2020-11-03 15:15 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 7 सीटों का उपचुनाव शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो चुका है। कई सीटों पर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार भी किया बावजूद इसके ठीकठाक प्रतिशत में मतदान हुआ है। इस उपचुनाव में कोई भी पार्टी पूरी तरह से अपनी जीत का दावा नहीं कर सकती। बशर्ते भाजपा को अपनी 6 सीट जिसमे वह काबिज थी, प्रतिष्ठा बचानी जरूर मुश्किल होगी।

यूपी के उपचुनाव में चाहे कांग्रेस हो भाजपा हो सपा अथवा बसपा कोई भी पार्टी अपनी जीत का भरोसा नहीं कर सकती। आज के पड़े वोटों में शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रो में वोट प्रतिशत कम रहा है। उन्नाव की बांगरमऊ और घाटमपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा बताया जा रहा है। तो जौनपुर की मल्हनी सीट का गड़ित धनन्जय सिंह ने बिगाड़ दिया है।

आज के उपचुनाव में देवरिया, बुलंदशहर सदर, फिरोजाबाद की टूंडला सीट, अमरोहा की नौगांव सादत, उन्नाव का बांगरमऊ, कानपुर के घाटमपुर और जौनपुर की मल्हनी सीट पर वोटिंग हुई है। सभी सीटों का वोटिंग प्रतिशत 53.62 प्रतिशत रहा है। सभी दावेदार और उनकी पार्टियां अपनी अपनी जीत का दावा पेश जरूर कर रही हैं, लेकिन टक्कर इस बार कांटे की है, और ये कहने में गुरेज नहीं कि चुनाव बेढब तरीके से फंस चुका है।

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उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को ब्राह्मण और मुस्लिम वोट की बढ़त हासिल हुई है। यहां पड़े वोटों का प्रतिशत 50 प्रतिशत रहा। देवरिया में 51 प्रतिशत वोटिंग हुई तो बुलंदशहर सदर में वोटों का प्रतिशत 52 फीसद रहा। फिरोजाबाद की टूंडला सीट पर 54 फीसद मतदान हुआ। जौनपुर की मल्हनी में 56 प्रतिशत वहीं अमरोहा की नौगांव सादत सीट पर 61 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके अलावा कानपुर की घाटमपुर पर 49 प्रतिशत मतदान रहा।

इस उपचुनाव में पार्टी और प्रत्याशी की जीत का प्रतिशत बेशक तौर पर 2022 विधानसभा चुनाव की स्थिति साफ करेगा। फिलहाल 10 नवंबर को पता चलेगा कि किस पार्टी ने उपचुनाव में अधिक सीटें जीतकर बाजी मारी है। 

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