UP Election 2022: बदायूं के दो किसानों ने BJP और सपा की हार जीत में दांव पर लगाया 4 बीघा खेत, करारनामे का पत्र Viral

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनेगी या कौन-कौन प्रत्याशी जीतेगा, इस पर सट्टा लगाने की तमाम खबरें आ रहीं हैं, लेकिन इस बीच बदायूं के ककराला में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां दो किसानों में पंचायत के दौरान सपा और भाजपा सरकार बनने पर बहस हो गई।

Update: 2022-03-10 05:19 GMT

बदायूं के दो किसानों ने BJP और सपा की हार जीत में दांव पर लगाया 4 बीघा खेत, करारनामे का पत्र Viral

UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में किसकी सरकार बनेगी या कौन-कौन प्रत्याशी जीतेगा, इस पर सट्टा लगाने की तमाम खबरें आ रहीं हैं, लेकिन इस बीच बदायूं के ककराला में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां दो किसानों में पंचायत के दौरान सपा और भाजपा सरकार बनने पर बहस हो गई। दोनों के बीच बात इतनी बढ़ी कि उन्होंने अपने-अपने चार बीघा खेत ही शर्त पर लगा दिए। एक व्यक्ति के मुताबिक सरकार बनेगी तो वह दूसरे व्यक्ति के चार बीघा खेत में एक साल तक फसल करेगा। जिसके लिए बाकायदा लिखा-पढ़ी तक कि गई है।

जानकारी के मुताबिक मामला शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव विरियाडांडी का है। यहां 06 मार्च को गांव के लोग चौपाल पर बैठे थे। उनके बीच प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बनेगी, तगड़ी बहस चल रही थी। किसी ने सपा सरकार बनने का दावा किया तो कोई भाजपा सरकार बनने पर जोर देता रहा।

इसी दौरान चौपाल पर मौजूद शेर अली ने समाजवादी पार्टी की सरकार बनने का दावा किया। उनकी बात काटते हुए गांव के ही विजय सिंह ने कहा कि चाहे कोई शर्त लगा ले सरकार भाजपा की ही बनेगी। इसी दौरान दोनों के बीच चार-चार बीघा खेत की शर्त लग गई। दोनों पक्षों ने कहा कि अगर उनके मुताबिक सरकार बनी तो वह दूसरे के चार बीघा खेत में एक साल तक अपनी फसल करेंगे। फसल से शर्त हारने वाले का कोई लेना देना नहीं होगा।

चूंकि पंचायत में तमाम अन्य ग्रामीण भी मौजूद थे। इसलिए लोगों ने मौखिक शर्त लगाना मंजूर नहीं किया। तभी एक व्यक्ति दौड़कर कागज और पेन ले आया। दोनों के बीच शर्त को लिखित कागज में उतारकर गांव के तमाम लोगों ने हस्ताक्षर किए और किसी ने अंगूठा भी लगाया। अब ये शर्त लिखा पत्र बदायूं से लेकर पूरे यूपी में वायरल हो रहा है।

इसलिए माननी पड़ी शर्त

विरियाडांडी गांव निवासी शेर अली अलबसी एग्रो प्रोडूसर कंपनी के डायरेक्टर हैं और किसान मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि ये शर्त लगी है। उस दिन वह चार लोगों के बीच बैठे थे। बात छिड़ी तो शर्त लग गई। वैसे वह और विजय सिंह एक ही गांव के लोग हैं। दोनों के आपस में भाई जैसे संबंध भी बताए जाते हैं।

शर्त नहीं वादा था

विरियाडांडी गांव के विजय सिंह ने बताया कि हम लोग 06 मार्च को गांव की चौपाल पर बैठे थे। तभी सरकार बनने की बहस होने लगी। हमने वादा किया था कि अगर सपा सरकार बनेगी तो शेर अली हमारे चार बीघा खेत में फसल करेंगे। अगर भाजपा सरकार बनी तो हम शेर अली के खेत में फसल करेंगे। ये वादा न टूटे इसलिए लिखित में शर्त हुई। विजय सिंह ने कहा कि, उन्हें पूरा भरोसा है कि प्रदेश में भाजपा फिर से सरकार बनाएगी।

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