Uttar Pradesh News: डॉ कफील खान बर्खास्त, मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों की मौत का मामला
Uttar Pradesh News: योगी सरकार द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद डॉ कफील खान ने कोर्ट में जाने की बात कही है। डॉ कफील ने कहा निलंबन के मामले में कोर्ट ने उन्हें 7 सितंबर को अगली तारीख दी है, अभी उन्हें बर्खास्तगी के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली...
Uttar Pradesh News: गोरखपुर (Gorakhpur) बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत केस में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है। उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने जांच की रिपोर्ट के आधार पर डॉ कफील खान को बर्खास्त (Terminate) कर दिया है, साथ ही जल्द आगे की कार्रवाई करने की बात भी कही है। गौरतलब है की गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 11 अगस्त 2017 को ऑक्सीजन की कमी से 60 बच्चों मौत हो गई थी।
घटना को 4 साल बीत चुके हैं और कई विभागों के सचिव द्वारा इस घटना की जांच की जा चुकी है। इस मामले को लेकर हिमांशु कुमार (प्रमुख सचिव टिकट और पंजीकरण विभाग) ने यूपी के चिकित्सा शिक्षा विभाग को 18 अप्रैल 2019 को रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में हिमांशु कुमार ने डॉ कफील खान को निर्दोष बताया था, जांच की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ कफील अपने सीनियर अधिकारियों को ऑक्सीजन की कमी के बारे में पहले से बता चुके थे, इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि जब यह घटना हुई थी तब डॉक्टर कफील (Dr Kafeel Khan) BRD में इंसेफेलाइटिस वार्ड के नोएल मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज नहीं थे। जिसके कारण डॉ कपिल की जिम्मेदारियों की सीमा खत्म हो जाती है।
एक बार फिर से डॉ कफील खान के ऊपर आरोपों का सिलसिला शुरू कर दिया गया है, योगी सरकार के द्वारा बर्खास्त किए जाने के बाद डॉ कफील खान ने कोर्ट में जाने की बात कही है। डॉ कफील खान ने कहा निलंबन के मामले में कोर्ट ने उन्हें 7 सितंबर को अगली तारीख दी है, अभी उन्हें बर्खास्तगी के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली, कोर्ट पर भरोसा है बर्खास्तगी के खिलाफ भी कोर्ट जाएंगे। आपको बताते हैं गोरखपुर ऑक्सीजन कांड के बाद डॉ कफील खान एक हीरो की तरह पूरे देश भर में प्रस्तुत हुए थे। जिस तरह से डॉ कफील खान ने BRD अस्पताल में बच्चों की बचाने की पूरी कोशिश की थी उसके बाद पूरे देश भर में डॉक्टर कफील खान की सराहना की गई थी।
डॉ कफील पर दिसंबर 2019 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में CAA के विरोध में प्रदर्शन करने के दौरान कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने पर उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा रासुका लगाया गया था। 29 जनवरी को यूपी एटीएस ने डॉ कफील खान को मुंबई हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। तकरीबन 1 साल बाद 10 फरवरी 2020 को डॉ कफील खान को इलाहाबाद हाई कोर्ट के द्वारा रिहाई मिली। लोगों का कहना है कि जिस तरह से डॉ कफील खान BRD अस्पताल में बच्चों का बचाने का काम किया उसके बाद योगी सरकार की पोल खुल गई, और डॉक्टर कफील खान प्रदेश में नए नायक की तरह जाने जाने लगे। डॉ कफील खान की सौहरत और और यूपी सरकार की बदनामी ना झेल पाने की वजह से योगी सरकार ने डॉ कफील के ऊपर तरह-तरह के मनगढ़ंत आरोप लगाए।