बनारस की शिवांगी सिंह बनेंगी देश की पहली राफेल उड़ाने वाली महिला पायलट

शिवांगी सिंह फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय वायुसेना में काम करती हैं। वे इससे पहले मिग - 21 बिसन उड़ा चुकी हैं।

Update: 2020-09-24 07:39 GMT

अपने परिवार के साथ शिवांगी सिंह का फाइल फोटो। तसवीर: साभार दैनिक जागरण।

जनज्वार। वाराणसी की रहने वाली शिवांगी सिंह ने अपने शहर, परिवार के साथ देश को भी बड़ा गौरव दिया है। शिवांगी सिंह देश की पहली राफेल विमान उड़ाने वाली महिला फाइटर बनने वाली हैं।

शिवांगी सिंह फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय वायुसेना में काम करती हैं। वे इससे पहले मिग - 21 बिसन उड़ा चुकी हैं। राफेल जेनरेशन 4 और 5 के बीच का विमान है। ऐसे में इसे जेनरेशन 4.5 का विमान माना जाता है। वर्तमान में दुनिया के चुनिंदा देशों के पास ही जेनरेशन 5 का विमान है।

राफेल की पहचान एक अत्याधुनिक विमान के रूप में है और फ्रांस से खरीदे गए इस विमान को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इसी महीने भारतीय रक्षा बेड़े में शामिल किया।

बीएचयू में पढी-लिखी शिवांगी सिंह कन्वर्जन ट्रेनिंग पूरा होने के बाद अंबाला बेस पर 17 गाॅल्डन एरोज स्क्वैड्रन में औपचारिक एंट्री लेंगी। कन्वर्जन ट्रेनिंग किसी पायलट को एक फाइटर जेट से दूसरे फाइटर जेट में स्विच करने के लिए दी जाती है।

शिवांगी सिंह मिग - 21 उड़ा चुकी हैं, ऐसे में उनके लिए राफेल उड़ाना कोई चुनौतीपूर्ण काम नहीं होगा। मिग 340 किमी प्रति घंटा की स्पीड के साथ सबसे तेज लैंडिंग और टेक आॅफ स्पीड वाला विमान है।

मालूम हो कि इससे पहले पिछले साल दिसंबर में बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली शिवांगी नाम की एक और महिला भारतीय नौसेना में पहली पायलट बनी थीं।

शिवांगी सिंह भारतीय महिला पायलटों के दूसरे बैच का हिस्सा हैं। उनकी कमिशनिंग 2017 में पूरी हुई। शिवांगी पाकिस्तान विमान का पीछा करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान के साथ उड़ान भर चुकी हैं।

अभिनंदन बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय हवाई सीमा में घुसे एक पाकिस्तान विमान का मिग - 21 से पीछा करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जा घुसे थे। हालांकि भारत की चेतावनी व अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक दबाव के बाद पाकिस्तान ने अभिनंदन को सुरक्षित भारत को सौंप दिया था।

भारत में इस वक्त 10 महिला फाइटर पायलट हैं, जो सुपरसोनिक जेट्स उड़ाने की कठिन ट्रेनिंग ले चुकी हैं। जानकारी के अनुसार, एक पायलट को तैयार करने में 15 करोड़ रुपये का खर्च आता है।

शिवांगी सिंह ने बीएचयू से पढाई करने के दौरान ही एनसीसी की ट्रेनिंग ली और उसी समय से उनका रूझान सेना में जाने का था। उन्होंने सनबीम भगवानपुर से बीएससी किया है। शिवांगी की मां सीमा सिंह गृहिणी हैं और पिता कुमारेश्वर सिंह का ट्रांसपोर्ट का बिजनेस हैं। वे एक साधारण परिवार से आती हैं। उनके पिता ने कहा है कि उनके लिए इस बड़ी खुशी की बात नहीं हो सकती है कि अब उनकी बेटी राफेल उड़ाएगी। उन्होंने कहा है कि उनका सपना था कि उनकी बेटी लड़ाकू विमान उड़ाएं।

Tags:    

Similar News