Almora News: अल्मोड़ा में कार चलाएं तो लगा लें हेलमेट, वरना पुलिस काट देगी चालान, महिला दरोगा कर चुकी है यह कारनामा

Almora News: उत्तराखंड का अल्मोड़ा जिला अपनी सांस्कृतिक व बौद्धिक विरासत के चलते पूरे प्रदेश में अपना विशिष्ट स्थान रखता है। कुमाउं की सांस्कृतिक राजधानी समझे जाने वाले इस अल्मोड़ा शहर के लोग अपनी इस विरासत को सहेजने का कोई मौका नहीं जाने देते।

Update: 2022-11-09 17:15 GMT

Almora News: उत्तराखंड का अल्मोड़ा जिला अपनी सांस्कृतिक व बौद्धिक विरासत के चलते पूरे प्रदेश में अपना विशिष्ट स्थान रखता है। कुमाउं की सांस्कृतिक राजधानी समझे जाने वाले इस अल्मोड़ा शहर के लोग अपनी इस विरासत को सहेजने का कोई मौका नहीं जाने देते। लेकिन इस सांस्कृतिक नगरी में पुलिस ने कुछ अपने ही ऐसे नियम बना रखे हैं, जो पूरे भारत में कहीं लागू नहीं होते। देश में ऐसा ही एक नियम है कि बाइक सवार हेलमेट लगाएं और कार चालक सीट बेल्ट का उपयोग करें। लेकिन यदि अल्मोड़ा में आकर आपको इस नियम में परिवर्तन होता दिखाई दे, कोई आश्चर्य की बात नहीं। अल्मोड़ा की सड़कों पर कार चलाने के दौरान आपका हेलमेट न लगाने के जुर्म में भी चालान हो सकता है। इसमें चौंकने जैसी कोई बात नहीं। अल्मोड़ा शहर में बकायदा यह कारनामा हो चुका है। मोबाइल क्रांति के दौर में ऐसे कारनामे सोशल मीडिया पर आने में देर नहीं लगाते, इसलिए पुलिस अधिकारियों को भी इसमें कुछ कहते नहीं बन रहा हैं।

राज्य स्थापना दिवस से एक दिन पहले की बात है, जब अल्मोड़ा कोतवाली की महिला उपनिरीक्षक हेमा काला ने वाहन चेकिंग के दौरान एक टैक्सी अल्टो कार संख्या यूके 01 टीए 4312 के चालक विजय सिंह कनवाल को नशे में होने के शक में अपर माल रोड पर रोक लिया। पुलिस ने कार चालक का चिकित्सकीय परीक्षण कराया, लेकिन मेडिकल में कार चालक के नशे में होने की पुष्टि नहीं हुई। जिस पर पुलिस ने कार चालक विजय का हेलमेट न लगाए जाने के जुर्म में चालान काट दिया। एक कांस्टेबल धीरेंद्र को इसका गवाह भी बनाया गया।


कुछ दिन पहले ही प्रदेश के डीजीपी की इस स्वीकारोक्ति कि महकमे के कई दरोगाओं को केस डायरी भी लिखनी नहीं आती के बाद कार चालक का हेलमेट न पहने के जुर्म में कटा पुलिस का यह चालान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कार चालक का हेलमेट न होने पर कटा चालान पत्र वायरल होते ही पुलिस के होश उड़ गए। मामले की जानकारी मांगने पर यातायात पुलिस से जुड़े एक अधिकारी ने इसे संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा किया गया चालान बताकर पुलिस को फजीहत से बचाने की कोशिश की तो चालान शीट के ऊपर एसएसपी अल्मोड़ा की लगी मुहर ने ही उनकी चुगली कर डाली।

जिसके बाद पुलिस की इस लापरवाही को लीपने के लिए आनन फानन में कार चालक को बहला फुसलाकर कोतवाली बुलाकर उसे दी गई चालान चिट में चालान काटने की वजह हेलमेट न पहले होने की जगह कार चालक द्वारा सीट बेल्ट न लगाने का जुर्म संशोधित कर अपनी डायरी को भी दुरुस्त कर लिया गया।

लेकिन इतनी चालाकी के बाद भी पुलिस इसमें एक और चूक कर गई। पाठक गौर से देखेंगे तो चालान चिट पर चालान की गई गाड़ी के दो नंबर दिखाई देंगे। एक ही चालान शीट पर दो वाहनों के नम्बर के बारे में बताया जा रहा है कि इस कार चालक को पकड़े जाने से पूर्व पुलिस ने किसी और वाहन चालक को चालान के लिए रोका होगा। चालान काटने के लिए पुलिस ने उसकी गाड़ी का नंबर चालान शीट पर लिखा ही होगा कि उसके बाद उसकी याचना, जान पहचान या किसी और वजह से उसका चालान नहीं काटकर उसे जाने दिया होगा। उसके ठीक बाद हत्थे चढ़े इस कार चालक का चालान काटते समय पुलिस उपनिरीक्षक ने पुराने नंबर को बिना काटे चालान शीट पर एक और नया नंबर दर्ज कर दिया।

वैसे इस हास्यापद मामले में पुलिस अधिकारी खुद हैरान हैं। लेकिन पुलिस उपाधीक्षक बिमल प्रसाद ने अपने अधिकृत बयान में इसे क्लर्किकल मिस्टेक करार दिया है। कुल मिलाकर पुलिस ने इस चालान शीट को भले ही अपने अधिकृत रिकॉर्ड में दुरुस्त कर लिया हो। लेकिन सोशल मीडिया के इस दौर में तब तक इतनी देर तो हो ही चुकी थी की, मामला कार चालक के पास से आगे जाकर सोशल मीडिया का हिस्सा बन चुका था। लोग सोशल मीडिया पर इसे लेकर जबरदस्त चटखारे ले रहे हैं।

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