Dehradun News : अब टिहरी में पेट्रोल लेकर कॉलेज की छत पर चढ़े छात्र, छात्र संघ चुनाव की है मांग, एक सप्ताह में मांग पूरी होने के आश्वासन पर माने छात्र
Dehradun News : राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर छात्रों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
Dehradun News : राज्य के विभिन्न महाविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर छात्रों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब शुक्रवार के उत्तराखंड के टिहरी में छात्रसंघ चुनाव की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लक्ष्य ग्रुप से जुड़े छात्रों ने पीजी कॉलेज के गेट पर उच्च शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकते हुए गुस्साए छात्र पेट्रोल की बोतल लेकर छत पर चढ़ गए। यहां छात्रों ने जमकर हंगामा करते हुए शिक्षा मंत्री पर जानबूझकर छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने का आरोप लगाया है। पुलिस और कॉलेज प्रबंधन ने बमुश्किल आंदोलित छात्रों को दो घंटे बाद छत से नीचे उतरा। छात्रों ने एक सप्ताह में चुनाव तिथि घोषित नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के महाविद्यालयों में सरकार द्वारा छात्र संघ चुनावों को लेकर छात्रों के साथ लुकाछिपी जारी है। सरकार सीधे तौर पर चुनाव के लिए तैयार नहीं है। जिसके चलते कई अलग अलग महाविद्यालयों के छात्र चुनावों के लिए आंदोलरत हैं। कई महाविद्यालयों में छात्रों के आंदोलन के दबाव में सरकार द्वारा चुनाव कराए जाने की घोषणा की जा चुकी है। लेकिन कई महाविद्यालयों में इसकी अभी घोषणा नहीं हो पाई है। ऐसे ही एक टिहरी महाविद्यालय में शुक्रवार को अभाविप और लक्ष्य छात्र संगठन के छात्र पीजी कॉलेज के गेट पर एकत्र हुए। उन्होंने चुनाव नहीं किए जाने पर शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद छात्र-छात्राएं कॉलेज की छत पर चढ़ गए। छात्रों के छत पर चढ़ने की भनक लगते ही प्रभारी प्राचार्य व शिक्षक कमरों से बाहर आए। उन्होंने देखा कि जिशान, युवराज, मनु, स्वीटी राणा, सौरभ पंवार, अभिजीत, राहुल, कृष्णा आदि पेट्रोल की बोतल लेकर छत पर चढ़कर नारेबाजी कर रहे हैं। प्रभारी प्राचार्य डा. डीपीएस भंडारी ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। प्राचार्य का कहना है कि छात्रसंघ चुनाव शासन स्तर का मामला है, इसमें वह कुछ ज्यादा नहीं कर सकते।
गुस्साए छात्रों को समझाने के लिए मौके पर थानाध्यक्ष कमल मोहन भंडारी और नायब तहसीलदार धर्मवीर प्रकाश शाह भी पहुंचे। जहां उन्होंने आंदोलित छात्रों से वार्ता की। आंदोलित छात्रों का कहना था कि पूर्व में कोविड संक्रमण के नाम पर छात्रसंघ चुनाव को टाला गया था। लेकिन अब उच्च शिक्षा मंत्री जानबूझकर छात्रसंघ चुनाव नहीं कराना चाहते हैं। इससे छात्रों का अहित हो रहा है। छात्रों द्वारा लंबे समय से चुनाव कराने की मांग की जा रही है। लेकिन सरकार छात्रों की मांग को गंभीरता से नहीं ले रही है।
अधिकारियों के काफी समझाने और उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद छात्र छत से नीचे उतरे। छात्रों ने कहा कि एक सप्ताह में चुनाव तिथि घोषित नहीं होने पर फिर से उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान वार्ता में डॉ. बीपी सेमवाल, डॉ. पीसी पैन्यूली, डॉ. एएम पैन्यूली, डॉ. डीएस तोपवाल, डॉ. आशा डोभाल, डॉ. सुशील कगडियाल, डॉ. सतेंद्र ढौंडियाल और छात्र नेता राहुल बुटोला आदि मौजूद थे।