Dehradun News: पेपर लीक मामले में तेहरवी छोटी मछली गिरफ्तार, बड़े मगरमच्छ अभी भी पकड़ से बाहर

Dehradun News, Dehradun Samachar: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में मंगलवार को हुई एक गिरफ्तारी के बाद अब तक इस मामले में गिरफ्तार छोटी मछलियों की संख्या एक दर्जन पार कर गई है।

Update: 2022-08-02 16:46 GMT

Dehradun News, Dehradun Samachar: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक होने के मामले में मंगलवार को हुई एक गिरफ्तारी के बाद अब तक इस मामले में गिरफ्तार छोटी मछलियों की संख्या एक दर्जन पार कर गई है। युवाओं के सपनों पर कुठाराघात करने वाले इस कांड के मास्टर माइंड फिलहाल अभी पकड़ से बाहर हैं। मामले की जांच में जुटी एसटीएफ द्वारा मंगलवार को नैनीताल जिले की रामनगर न्यायालय में तैनात कनिष्ठ सहायक हिमांशु कांडपाल को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले एसटीएफ ने सीजेएम कोर्ट नैनीताल में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात महेन्द्र चौहान को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी तक गिरफ्तार हुए लोगों में हिमांशु तेहरवें नंबर का खिलाड़ी है। इस मामले में अभी तक कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

मालूम हो कि उत्तराखंड में उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की पिछले साल हुई स्नातक स्तर की परीक्षा के पेपर लीक करने के मामले में छह युवकों को हाल ही में उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया था। अलग-अलग जगहों से हुई इन गिरफ्तारियों के दौरान एक आरोपी से 37 लाख रूपये कैश भी बरामद हो चुका है। यह चार्ज विभिन्न छात्रों से पेपर मुहैया कराने के लिए लिया गया था। इस मामले में सबसे पहले बेरोजगार संघ के प्रतिनिधिमंडल की ओर से सीएम को शिकायत की गई थी। जिस पर मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद डीजीपी ने भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच एसटीएफ को सौंपी थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से यह परीक्षा चार और पांच दिसंबर 2021 को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा में हुई थी। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट जनज्वार में पूर्व में भी पब्लिश हो चुकी है।

आज गिरफ्तार किए गए हिमांशु कांडपाल पर भी पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपितों के साथ पेपर लीक कराने का आरोप है। पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद हिमांशु कांडपाल की गिरफ्तारी की गई है। एसटीएफ अब उससे पूछताछ कर रही है कि उसके साथ और कितने लोग थे और कितने अभ्यर्थियों को उसने पेपर बेचा। इससे पहले कल इस मामले में न्यायालय सीजेएम कोर्ट नैनीताल में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात महेन्द्र चौहान की गिरफ्तारी की गई थी। महेन्द्र पूर्व में गिरफ्तार बर्खास्त पीआरडी जवान मनोज जोशी का परिचित है। महेन्द्र ने मनोज जोशी से पेपर लेकर एसपी काशीपुर के गनर अंबरीश कुमार को उपलब्ध कराया था। जिस कारण पेपर लीक मामले में मनोज जोशी की भूमिका अहम मानी जा रही है। कांडागूट, दौलीगार, धौलादेवी ब्लॉक जिला अल्मोड़ा का निवासी 25 वर्षीय हिमांशु कांडपाल इसी मनोज जोशी का सगा साला भी है। दोनो जीजा-साले इस गेम का हिस्सा बने हुए थे।

पूरे प्रकरण में एसटीएफ अब तक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन जिनकी गिरफ्तारी की गई है, वह सब इस खेल की छोटी मछलियां ही बताई जा रहीं हैं। ऐसे में सवाल यह है कि भ्रष्टाचार के इस समुंदर के खतरनाक मास्टर माइंड मगरमच्छों की गिरफ्तारी कब होगी।

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