Dehradun News: उत्तराखंड में भरोसे का कत्ल करके इस तरह फरार हुआ यूपी का परिवार, पुलिस ने बुलेट के नंबर से तीन दिन में किया गिरफ्तार

Dehradun News: हरिद्वार में किराए के मकान में लाश छोड़कर फरार होने वाले परिवार को पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार कर लिया है। भरोसे का कत्ल करने वाला यह दगाबाज परिवार लाश को यूपी में ठिकाने लगाने की कोशिश में था, लेकिन जिस टंकी में लाश रखी थी, उसमें से खून का रिसाव होने पर यह धूर्त परिवार लाश को किराए के घर में ही छोड़कर फरार हो गया था।

Update: 2022-12-05 17:05 GMT

Dehradun News: हरिद्वार में किराए के मकान में लाश छोड़कर फरार होने वाले परिवार को पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार कर लिया है। भरोसे का कत्ल करने वाला यह दगाबाज परिवार लाश को यूपी में ठिकाने लगाने की कोशिश में था, लेकिन जिस टंकी में लाश रखी थी, उसमें से खून का रिसाव होने पर यह धूर्त परिवार लाश को किराए के घर में ही छोड़कर फरार हो गया था। जिस लाश को यह परिवार किराए के घर में छोड़ गया था, उसकी शिनाख्त रुड़की में दवा कंपनी में काम करने वाले नितिन भंडारी (30) निवासी चोडिख, पाबौ जिला पौड़ी गढ़वाल के रूप में हुई थी। जिसकी हत्या इन लोगों ने अपने ही पैसे मांगने पर कर दी गई। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो भाइयों, एक नाबालिग और उनकी मां को गिरफ्तार कर लिया है। नाबालिग को बाल सुधार गृह और तीन अन्य आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।

सोमवार को सिविल लाइंस कोतवाली में एसएसपी अजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर बताया कि शुक्रवार रात भगवानपुर की चांद कालोनी में तीन मंजिला इमारत के कमरे में नितिन भंडारी (30) निवासी चोडिख पाबौ जिला पौड़ी गढ़वाल का शव अनाज की टंकी में खून से लथपथ शव मिला था। कमरे में रहने वाला परिवार फरार था। जांच में पता चला कि परिवार दो दिन पहले ही कमरा छोड़कर फरार हो गया था। साथ ही उन्होंने ही अनाज की टंकी खरीदी थी जिसमें नितिन का शव मिला था। एसएसपी ने बताया कि चारों ने पूछताछ में बताया कि शव से बदबू न आए इसलिए वह लगातार परफ्यूम छिड़कते रहे। साथ ही करीब 40 से 42 घंटे तक पूरा परिवार शव के साथ ही रहा। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि नाबालिग हाईस्कूल में पढ़ रहा है। आजाद और नौशाद ने नितिन से मारपीट कर धारदार हथियार से उसकी हत्या की थी।

भगवानपुर की दवा कंपनी में काम करता था नितिन

जांच में पता चला था कि नितिन भंडारी भगवानपुर स्थित एक दवा कंपनी में नौकरी करता था। पुलिस को मामले की जांच की दौरान पता चला कि आरोपी परिवार कमरे में रखा सामान एक टेंपो में रखकर ले गया था। टेेंपो चालक की जानकारी जुटाकर उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह बुलंदशहर सामान छोड़ने गया था। सामान में एक बुलेट भी थी। इसका नंबर भी टेंपो चालक ने पुलिस को बताया। इसके बाद बाइक नंबर की तस्दीक की गई। नंबर ट्रेस होने की देर थी कि पुलिस इनके ठीक दरवाजे पर खड़ी हो गई।

ऐसे हुई गिरफ्तारी

पुलिस ने रविवार को धमेड़ा अड्डा वार्ड नंबर- 32, बुलंदशहर यूपी में दबिश देकर हरिद्वार से फरार हुई महिला गुलशन बेगम पत्नी जफर और उसके नाबालिग बेटे को गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर नितिन का गैस सिलिंडर, फ्रिज व बुलेट बरामद किया गया। इन दोनों से पूछताछ के बाद कस्बा हल्दौनी, दादरी ग्रेटर नोएडा में एक मकान में दबिश दी गई। वहां से मुख्य आरोपी आजाद, नौशाद पुत्र जफर धमेड़ा अड्डा वार्ड नंबर-32 बुलंदशहर यूपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस चारों को पकड़कर भगवानपुर लेकर आई।

हत्या की वजह बने एक लाख दस हजार रुपये

पूछताछ में आजाद और नौशाद ने बताया कि नितिन का कुछ महीने पहले बैंक का खाता बंद हो गया था। जिस वजह से उसने अपने करीब एक लाख दस हजार रुपये उनके खाते में डलवा दिए थे। अब नितिन अपने लिए एक प्लॉट खरीद रहा था। इसके लिए वह पैसे मांग रहा था। नितिन को पैसे न देने पड़ें, इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर यहां से फरार होने का प्लान बना लिया। हत्यारोपियों ने बताया कि हत्या करने के बाद वह शव को यूपी में कहीं ठिकाने लगाने के लिए टंकी लाए थे। लेकिन टंकी से खून जमीन पर फैलने के कारण वह टंकी को यहीं छोड़कर फरार हो गए। हत्याकांड के इस मामले का खुलासा करने के बाद नाबालिग को बाल सुधार गृह और तीनों को जेल भेज दिया गया है।

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