Haridwar News Today: बारात में नहीं ले गया तो दोस्त ने दूल्हे पर कर दिया मानहानि का दावा, पचास लाख का मांगा मुआवजा
Haridwar News Today: दोस्त को बारात में न ले जाने का मामला इस हद तक भी तूल पकड़ सकता है कि दूल्हे राजा को मानहानि का नोटिस मिल जाए, ऐसा कोई सोचे न सोचे लेकिन उत्तराखंड के हरिद्वार में यह किस्सा हो चुका है।
Haridwar News Today: दोस्त को बारात में न ले जाने का मामला इस हद तक भी तूल पकड़ सकता है कि दूल्हे राजा को मानहानि का नोटिस मिल जाए, ऐसा कोई सोचे न सोचे लेकिन उत्तराखंड के हरिद्वार में यह किस्सा हो चुका है। यार की शादी के खुशी-खुशी कार्ड बांटकर सज-धज के साथ बारात में जाने को तैयार एक दोस्त को जब बारात में नहीं ले जाया गया तो उसने दोस्त पर ही अपनी मानहानि का दावा ठोक दिया।
यह दिलचस्प लेकिन सच्चा किस्सा हरिद्वार जनपद में तब हुआ जब दूल्हा कार्ड में दिए गए समय से पहले ही बारात लेकर चला गया। दोस्त और अन्य बराती जब तैयार होकर पहुंचे तो बारात रवाना हो चुकी थी।
दोस्त ने दूल्हे से फोन पर बात की तो उसने अपनी गलती मानने के बजाय वापस चले जाने की बात कही। इसके बाद मौके पर खड़े बरातियों ने शादी के कार्ड बांटने वाले दोस्त को खरी-खोटी सुनाई। लोगों की खरी-खोटी दोस्त के दिल पर लग गई। उसे मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी। दोस्त के व्यवहार और लोगों की दी मानसिक प्रताड़ना से आहत दोस्त ने अपने अधिवक्ता अरुण भदौरिया के माध्यम से दूल्हे को नोटिस भेजकर तीन दिन के भीतर माफी मांगने और हर्जाने के तौर पर 50 लाख रुपये देने की मांग की है। ऐसा ना होने पर कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी गई है।
अधिवक्ता अरुण कुमार भदौरिया के अनुसार रवि पुत्र वीरेंद्र निवासी आराध्या कॉलोनी बहादराबाद की शादी अंजू धामपुर जिला बिजनौर के साथ 23 जून 2022 में होनी तय हुई थी। दूल्हे रवि ने अपने दोस्त चंद्रशेखर पुत्र स्वर्गीय मुसद्दीलाल निवासी देवनगर कनखल को एक लिस्ट बनाकर दी कि वह शादी के कार्ड बांटेगा। रवि के कहने पर चंद्रशेखर ने मोना, काका ,सोनू, कन्हैया, छोटू, आकाश आदि इन सभी लोगों को कार्ड बांटे और 23 जून 2022 की शाम 5:00 बजे शादी में पहुंचने का आग्रह किया। सभी लोग चंद्रशेखर के साथ शाम को 4:50 पर निर्धारित जगह पर पहुंच गए। लेकिन वहां जाकर पता चला की बारात अपने गंतव्य के लिए समय से पहले ही निकल चुकी है। चंद्रशेखर ने रवि से बारात की बाबत जानकारी ली तो रवि ने बताया कि हम लोग जा चुके हैं। अब आप लोग भी वापस अपने घर चले जाओ।
चंद्रशेखर के मुताबिक रवि के इस व्यवहार से जो लोग शादी में जाने के लिए आए हुए थे, उन सभी लोगों को दुख पहुंचा। रवि के इस व्यवहार से क्षुब्ध बारात के लिए बुलाए गए सभी लोगों ने चंद्रशेखर को अत्यधिक मानसिक प्रताड़ना पहुंचाई। इससे चंद्रशेखर की छवि भी समाज व बिरादरी में खराब हुई। इस संबंध में चंद्रशेखर ने रवि को फोन पर भी मानहानि के संबंध में सूचना दी तो रवि ने ना तो कोई खेद जताया और ना ही कोई माफ मांगी।
जिसके बाद चंद्रशेखर ने अपने एडवोकेट अरुण भदोरिया के माध्यम से एक कानूनी नोटिस रवि को भिजवाया है कि तीन दिन के अंदर मानहानि की बाबत सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करें और 50 लाख हर्जाना भरे।