नीतीश कुमार पर बरसे ओपी राजभर, क्यों कहा - बिहार में जातिगत जनगणना नहीं कराई तो खाल उधेड़ देंगे

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ( OP Rajbhar ) ने अचानक नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर सबको चौंका दिया है। उनके विरोधी अब ये कयास लगा रहे हैं कि कहीं वो भाजपा ( BJP ) ने नजदीकी बढ़ाने के लिए तो ऐसा नहीं कर रहे।

Update: 2022-10-22 02:24 GMT

नीतीश कुमार पर क्यों बरसे ओपी राजभर, क्यों कहा - बिहार में जातिगत जनगणना नहीं कराई तो खाल उधेड़ देंगे

नई दिल्ली। लग रहा है ​सीएम नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) को सियासी तौर पर घेरने का काम भाजपा ( BJp ) ने न केवल बिहार में बल्कि यूपी से भी शुरू कर दिया है। ऐसा इसलिए कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय ( SBSP ) अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ( OP Rajbhar ) ने अचानक बिहार की राजनीति में दखल देने की कोशिश की है। उन्होंने सावधान यात्रा के तहत जाति के आधार पर जनगणना ( Jatigat Janganana ) नहीं कराने के लिए शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) पर निशाना साधा। साथ ही आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर राज्य में जाति के आधार पर जनगणना नहीं कराई गई तो उनकी खाल उधेड़ देंगे।

यहां पर सवाल यह है कि अचानक राजभर को बिहार ( Bihar) पर बोलने की जरूरत क्या पड़ गई। इस सवाल का जवाब देने के लिए इस बात का जिक्र करना जरूरी है कि पीएम बनने के अपने अभियान के तौर पर नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) यूपी में अखिलेश से हाथ मिला सकते हैं। ऐसे में नीतीश को उनके गृह प्रांत में ही कमजोर करने के लिए भाजपा ने राजभर से ये कहलवाया होगा। वैसे, भी अखिलेश यादव से दूरी होने के बाद राजभर सीएम योगी और भाजपा के करीब आने की कोशिश कर रहे हैं।

दरअसल, उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) को बिहार ( Bihar ) में जातीय जनगणना कराने में इतनी देर क्यों लग रही है। नीतीश को इन सवालों का जवाब देना होगा, अगर उन्होंने जवाब देने में देरी को तो उनकी खाल उधेड़ लूंगा। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा ( BJP ) पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश और प्रदेश का इतिहास गवाह है कि भाजपा बिना गठबंधन के अकेले अपने दम पर आज तक सरकार नहीं बना पाई।

बता दें कि भारतीय सुहेलदेव समाज की सावधान यात्रा 26 सितंबर को लखनऊ से शुरू हुई थी और यह शुक्रवार को यूपी के बलिया पहुंची। सावधान यात्रा 19 जिलों से होकर गुजर रही है, जिसमें लखनऊ, अंबेडकर नगर, वाराणसी, आजमगढ़, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, देवरिया, कुशीनगर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर, गोरखपुर, महाराजगंज, चंदौली, मऊ, गाजीपुर और बलिया के नाम शामिल है।. इनमें से अधिकतर जिले पूर्वी उत्तर प्रदेश में है। यह यात्रा 27 अक्टूबर को पटना के गांधी मैदान में समाप्त होगी।



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