भाजपाइयों के लिए सिर काटना हुआ छमियां का ठुमका

अब 'गेम आफ अयोध्या' हिंदुवादियों के निशाने पर है, जबकि 'पदमावती' को लेकर चल रही तमाम गलतबयानियों का दौर अभी थमा नहीं है...

Update: 2017-12-01 11:30 GMT

जनज्वार, दिल्ली। अभी एक हफ्ते भी नहीं बीता है उस बात को जब हरियाणा भाजपा के मीडिया कोर्डिनेटर सूरज पाल अम्मू ने कहा था कि जो भी दीपिका और संजय लीला भंसाली का सिर काटकर लाएगा वो उसे दस करोड़ का ईनाम देंगे। हालांकि अब अम्मू अब अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं, मगर इससे उनका गुनाह कम नहीं हो जाता।

अब बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी के एक कार्यकर्ता ने खुलेआम ऐलान किया है कि जो भी गेम आॅफ अयोध्या के डायरेक्टर की बांह काटेगा, वह उसे एक लाख ईनाम देंगे।

मीडिया खबरों के अनुसार अलीगढ़ के एबीवीपी कार्यकर्ता अमित गोस्वामी ने कहा है कि 'गेम आॅफ अयोध्या' में हिंदू भावनाओं की खिल्ली उड़ाई गई है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए। जो भी फिल्म के डायरेक्टर सुनील सिंह के हाथ काटेगा वह खुद उसे एक लाख रुपए के ईनाम से नवाजेंगे। हमारा संविधान इस बात की इजाजत नहीं देता कि किसी भी धर्म की भावनाओं का मजाक उड़ाया जाए।

एबीवीपी कार्यकर्ता अमित गोस्वामी कहते हैं कि 'गेम आॅफ अयोध्या' अगर सिनेमाहॉलों में रिलीज हुई तो इसके बाद हिंसा जरूर होगी, जिसके लिए शासन—प्रशासन जिम्मेदार होगा। निर्देशक सुनील सिंह ने फिल्म तो बाबरी मस्जिद विध्वंस की पृष्ठभूमि पर बनाई है, मगर मस्जिद विध्वंस के साथ हिंदू—मुस्लिम रोमांस को दर्शाया गया है, जिससे हिंदू धर्म की भावनाएं आहत होती हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले विवादित फिल्म 'पदमावती' के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली शूटिंग से लेकर अब तक तमाम तरह के हमले झेल रहे हैं। करणी सेना ने उन्हें मारने और उनका सिर काटने की धमकी तक दी। एक हिंदूवादी नेता ने तो यहां तक कह दिया है कि जो भी भंसाली का सिर काटकर उनके पास लाएगा, वे उसे 5 करोड़ का ईनाम देंगे। करणी सेना के अध्यक्ष लोकेंद्र नाथ ने तो 'पदमावती' के रिलीज होने पर दीपिका की नाक काटने तक की धमकी दी।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक 'पदमावती' पर बयानबाजी कर चुके हैं कि इतिहास से छेड़छाड़ के जरिए समाज में जहर घोलने के काम को सही नहीं कहा जा सकता। यूपी सरकार फिल्म पर रोक तो नहीं लगाएगी, लेकिन कानून व्यवस्था के मददेनजर सावधानी जरूर बरतेगी।

वहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा विवाद का सारा दोष पदमावती फिल्म के निर्देशक और उसके स्क्रिप्ट राइटर का है। उन्हें लोगों की भावनाओं और ऐतिहासिक तथ्यों का ध्यान रखना चाहिए था। वहीं भाजपा नेता सुब्रहमणयम स्वामी ने दीपिका को अनपढ़ कह हुए उनकी नागरिकता पर ही सवाल उठाए।

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