नफरती चिंटुओं ने नहीं बख्शा नवनिर्वाचित महिला सांसद को

Update: 2018-06-02 22:01 GMT

सांसद ने पुलिस से लगाई गुहार कि कार्रवाई करे, महिला सांसद तबस्सुम के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने वालों में वो भी जिनको फॉलो करते हैं प्रधानमंत्री

सपा समर्थित और राष्ट्रीय लोकदल की कैराना से सांसद तबस्सुम को जीते अभी घंटे भर भी नहीं हुए थे कि मोदी जी के लोग जहर फैलाने लगे, फर्जी पोस्ट डालकर तबस्सुम को बदनाम करने लगे

जनज्वार। राष्ट्रीय लोकदल पार्टी से कैराना की नवनिर्वाचित सांसद चौधरी तबस्सुम हसन के नाम से फेसबुक तथा ट्वीटर एवं वाट्सएप पर दंगाई एवं देश विरोधी प्रवृत्ति के लोगों द्वारा एक अफवाह फैलाई जा रही है कि उन्होंने अपनी जीत पर, 'ये अल्लाह की जीत तथा राम की हार है।’ बयान दिया है। यह सरासर झूठी खबर है, जिसे हिंदुत्ववादियों द्वारा ज्यादा से ज्यादा प्रसारित किया जा रहा है। कैराना से नवनिर्वाचित सांसद तबस्सुम हसन ने असल में ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं है, उन्हें भी इस बात की खबर तब लगी, जब यह सोशल मीडिया पर ज्यादा से ज्यादा प्रचारित किया जाने लगा।

जीत के बाद फर्जी खबरों का सिलसिला यहीं नहीं रुकता, बल्कि एक भक्त वेबसाइट द्वारा खबर फैलाई जाती है कि कैराना जीत के मुसलमानों ने जाटों पर हमला किया है। कई ट्वीट शेयर होते हैं, जबकि ऐसी कोई सूचना कहीं और नहीं मिलती, जिला प्रशासन भी ऐसे किसी हमले इस इनकार करता है।

पर सवाल है कि ऐसी खबरों को मंच कैसे और क्यों देते हैं ट्विटर और फेसबुक। क्यों प्रशासन इन खबरों को अनदेखा करता है। यह जनज्वार के लिए चिंताजनक इसलिये है कि इन्हीं झूठी खबरों के बड़े नेटवर्क ने देश को सही और वाजिब खबरों से दूर कर दिया है।

ट्विटर पर इस फेक न्यूज को प्रसारित करने वालों में 3 ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें हमारे माननीय प्रधानमंत्री फॉलो करते हैं। ऐसे नफरती चिंटुओं और धर्म के नाम पर देश को बांटने वाले लोगों की पोस्टों पर क्या हमारे सोशल मीडिया प्रधानमंत्री का ध्यान नहीं जाता होगा या फिर जान—बूझकर उन्हें इग्नौर किया जाता होगा।

सांसद ने उनके नाम पर किए जा रहे दुष्प्रचार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए एसएसपी शामली को कहा है कि अफवाह फैलाने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाए। उनके खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ तबस्सुम हसन ने पुलिस को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

तबस्सुम हसन कहती हैं कि लाखों हिंदुओं ने उन्हें अपना मत देकर मुझ पर अपना विश्वास जताया है। मैंने हिंदुओं के आराध्य प्रभु श्रीराम पर ऐसी अशोभनीय टिप्पणी उन्होंने नहीं की है, बल्कि वे लोग जो इस झूठ को शेयर कर रहे हैं, यह उनकी मेरे खिलाफ चाल है। भगवान राम के नाम पर वे समाज को बांट कर सत्ता चाहते हैं। ऐसे लोगों को पहचान कर उनके मुंह पर सच का तमाचा मारिए।

गौरतलब है कि 'योगी आदित्यनाथ- ट्रू इंडियन' पेज ने इसे 1 जून को पोस्ट किया था, जहां से यह हजारों हजार की संख्या में शेयर किया जा चुका है।

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