बलात्कारी राम रहीम की वकालत करने वाले BJP नेता ने कहा दीपिका पादुकोण 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का हिस्सा

Update: 2020-01-09 11:52 GMT

दीपिका ने जेएनयू जाकर छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष से मुलाकात की थी, मगर कुछ बोला नहीं था, मगर सोशल मीडिया पर तो दीपिका के जेएनयू के पक्ष में खड़े होने के लिए गाली-गलौच की जा रही है...

जनज्वार। विवादों और भाजपा नेताओं का चोली-दामन का साथ रहता है। जेएनयू छात्रों को समर्थन देने के बाद से भाजपाइयों के निशाने पर आयी फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को लेकर अब एक भाजपा सांसद भी खुलकर मैदान में आ गये हैं, हालांकि ये पहले भी उटपटांग बयानबयाजी के लिए ही जाने जाते हैं।

जी हां, हम बात कर रहे हैं भाजपा सांसद साक्षी महाराज की। फिल्म अभिनेत्री दीपिका जेएनयू छात्रों पर हुई हिंसा के बाद अचानक जेएनयू पहुंची तो साक्षी महाराज ने कहा कि दीपिका खुद भी टुकड़े—टुकड़े गैंग का हिस्सा हैं।

ह वही भाजपा नेता साक्षी महाराज हैं जो कहते हैं कि सार्वजनिक स्थलों, खुली सड़कों पर एक दूसरे को चूमने, एक दूसरे को गले लगाने और एक दूसरे से सटकर बैठने वाले लड़के—लड़कियों को उठाकर थाने में बंद कर देना चाहिए।

गौरतलब है कि दीपिका 7 जनवरी को अचानक जेएनयू के छात्रों के बीच पहुंची थीं, जिसे भाजपाई उनकी आने वाली फिल्म 'छपाक' के प्रमोशन के तौर पर प्रचारित कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर बड़े पैमाने पर दीपिका की फिल्म न देखने की अपील भी कर रहे हैं।

विवादास्पद भाजपाई सांसद साक्षी महाराज ने बुधवार 8 जनवरी को दीपिका पादुकोण के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि दीपिका पादुकोण जैसे लोग भी टुकड़े-टुकड़े गिरोह का हिस्सा हैं।" उन्नाव संसदीय सीट से भाजपा सांसद साक्षी महाराज के मुताबिक "उनके पीछे कुछ विदेशी भी हैं।"

गौरतलब है कि दीपिका पादुकोण जेएनयू हिंसा के बाद वहां छात्रों के साथ एकजुटता जताने के लिए गई थीं। छात्रों पर रविवार 6 जनवरी को कथित तौर पर एबीवीपी के सैकड़ों लोगों द्वारा कैंपस में घुसकर हमला किया गया था, जिसमें तकरीबन 40 छात्रों को गंभीर चोटें आयीं। कई छात्रों के हाथ टूटे हैं, कई के पैर, कई के सिर फूटे हैं तो कई के शरीर पर जगह—जगह गहरी चोटें हैं। उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। हालांकि यह अलग बात है कि दिल्ली पुलिस ने छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज की है, जो हमले में बुरी तरह जख्मी हुई हैं और उनका सिर और हाथ टूटा है।

दीपिका ने छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष से मुलाकात की थी, मगर कुछ बोला नहीं था। सोशल मीडिया पर तो भाजपा के तमाम कार्यकर्ता दीपिका के साथ जेएनयू के पक्ष में खड़े होने के लिए गाली—गलौच कर रहे हैं, मगर भाजपा सरकार के साक्षी महाराज पहले सांसद हैं, जिन्होंने दीपिका पादुकोण का इस तरह विरोध किया है। यही नहीं इसके बाद से ट्विटर पर 'दीपिका विद टुकड़े-टुकड़े गैंग' को भी ट्रेंड कराया गया।

ब राम रहीम को साध्वी रेप प्रकरण में कोर्ट ने सजा सुनाई थी तो इन्हीं साक्षी महाराज ने कहा था कि एक साध्वी ने डेरा प्रमुख के खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था, लेकिन करोड़ों भक्तों का मानना है कि वह भगवान है। ऐसे में उन्हें बलात्कारी कैसे सिद्ध किया जा सकता है। हालांकि अब वे उस बात से मुकरते साफ देखे जा सकते हैं और कहते हैं कि राम रहीम के साथ उनका कोई संबंध नहीं है। साथ ही यह कहना भी नहीं भूलते कि राम रहीम को पूर्ववर्ती सरकारों का संरक्षण प्राप्त था, जबकि राज्य में सत्तासीन मौजूदा बीजेपी सरकार ने तो उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ भी जहर उगलने में साक्षी महाराज पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों को शरण देना तो दूर की बात, एक मिनट भी देश में नहीं टिकने देना चाहिए। खदेड़ देना चाहिए देश से बाहर उन्हें।

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