CAA-NRC के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपाइयों ने की डिप्टी कलेक्टर से बदतमीजी, बाल खींचने का वीडियो हुआ वायरल

Update: 2020-01-20 07:00 GMT

धारा 144 के बावजूद CAA-NRC के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने सरेआम डिप्टी कलेक्टर के बाल खींच की बदतमीजी, दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज.....

जनज्वार। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में सीएए के समर्थन में प्रदर्शन रहे भाजपा कार्यकर्ताओं डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के बाल खींचे और उनके साथ धक्कामुक्की की। दरअसल धारा 144 लागू होने के बाद भी भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को पहले डिप्टी कलेक्टर समझाती रहीं लेकिन नहीं माने तो डिप्टी कलेक्टर ने एक प्रदर्शनकारी पर हल्का सा हाथ मारकर उसे समझाने की कोशिश की। इसके बाद 'भारत माता की जय' के नारों के साथ भीड़ उन पर टूट पड़ी। भीड़ में ही किसी शख्स ने उनके बाल खींचने शुरू कर दिए।

सके बाद उग्र भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। डिप्टी कलेक्टर के बाल खींचने के आरोप में दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस घटना का वीडियो पोस्ट किया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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राजगढ़ जिले की महिला कलेक्टर निधि निवेदिता हैं जिनके अधीनस्थ डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा काम कर रहीं हैं। यह घटना राजगढ़ जिले के ब्यावरा जगह में हुई जहां धारा-144 लगाने के बाद भी मे संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में रैली निकालने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामने डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा से बदतमीजी की गयी।।

डिप्टी कलेक्टर के साथ प्रदर्शनकारियों ने धक्कामुक्की की और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा की चोटी भी खींची, जिससे उनके बाल बिखर गये।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक प्रिया वर्मा ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं से मारपीट की थी, जिसके बाद वे उग्र हुए और उन्होंने उनके साथ बदतमीजी की।

हीं भाजपा ने आरोप लगाया कि डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ने भाजपाइयों के साथ मारपीट की थी। कहा कि आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा।

Full View के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'आज का दिन लोकतंत्र के सबसे काले दिनों में गिना जायेगा। आज राजगढ़ में डिप्टी कलेक्टर साहिबा ने जिस बेशर्मी से सीएए के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को लताड़ा, घसीटा और चांटे मारे। उसकी निंदा मैं शब्दों में नहीं कर सकता। क्या उन्हें प्रदर्शनकारियों को पीटने का आदेश मिला था?'

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इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला ने ट्वीट में प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, 'क्या ऑल इंडिया सर्विस कंडक्ट रूल्स किसी आईएएस अधिकारी को संसद द्वारा पारित अधिनियम का समर्थन कर रहे लोगों को पीटने का अधिकार देता है? क्या ये रुल्स भारत माता की जय कहने पर पीटने का अधिकार देते है?'

21 साल की उम्र में डीएसपी बनीं प्रिया वर्मा इंदौर के पास के एक गांव मांगलिया की रहने वाली हैं और उनके नाम सबसे कम उम्र में आईएएस बनने का रिकॉर्ड दर्ज है। 2014 में प्रिया वर्मा ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की थी और उनकी पहली पोस्टिंग भैरवगढ़ जेल में बतौर जेलर हुई थी। इसके बाद साल 2015 में वो डीएसपी बनीं। उसके बाद 2017 में एक बार फिर परीक्षा देकर उन्होंने प्रदेश में चौथा स्थान हासिल किया और डिप्टी कलेक्टर बनीं।

ता दें कि नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में 9 दिसंबर, 2019 को पास होने के बाद 11 दिसंबर, 2019 को राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने पेश किया जहां एक लंबी बहस के बाद यह बिल पास हो गया। इस बिल के पास होने के बाद यह नागरिकता संशोधन कानून बन गया। इस कानून के विरोध में असम, बंगाल समेत देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए। 15 दिसंबर को इस कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई।

सीएए को लेकर देशभर में जबरदस्त विरोध और धरना प्रदर्शन चल रहा है साथ ही भाजपा समर्थकों द्वारा सीएए के समर्थन में प्रदर्शन किया जा रहा है। देश की राजधानी दिल्ली से लेकर देशभर में इसको लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं। पंजाब तथा केरल विधानसभा ने खुलकर सीएए के विरोध में प्रस्ताव पारित किया है उनका तर्क है कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है जो समानता के अधिकार की बात करता है। जबकि गुजरात विधानसभा ने इसके समर्थन में प्रस्ताव पारित किया है।

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